बस्ती। बेजूबान पक्षी को यह भी नही पता होगा, कि वह जहा रह रही है, वह असली पेड़ है या नकली, लेकिन पेड़ो की कटाई ने आज इस तपती धूप में लोगो को बहुत कुछ संदेश दे रही है, आखिर इतनी गर्मी क्यों, वही पेड़ो के कट जाने से अब पक्षियों को भी छाव नही मिल पा रहा है।
विकास खण्ड बहादुरपुर के ग्राम पंचायत शेखपुरा में तैनात सफाई कर्मी सूरज ने लोगो को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करने के लिए, गांव के सिंगल यूज प्लास्टिक की बोतलों, फटे पुराने कपड़े एवम टूटे नालियों के ढक्कनों से कुछ लोहे के टुकड़े एकत्रित कर एक कृतिम पेड़ बनाया था। और उसे अपने पंचायत भवन पर रखा, जिसमें अब पक्षियां अपना घोंसला बना निवास करने लगी और अपने अंडे भी दे रखी है। नीचे लगी प्लास्टिक की बाल्टी में पानी भी भरा रहता है, जिसमें पक्षी अपनी प्यास भी बुझा सके। सफाई कर्मचारी सूरज चक्रवर्ती ने पक्षियों से लगाव का एक ऐसा अनूठा प्रेम प्रदर्शित किया है जो वास्तव में अपने आप में एक अनूठा हैं इसके साथ साथ गांव में कड़ी धुप में पशु पक्षियों के लिए मिनि जलाशय बनाकर बेजूबन पशु पक्षियों की प्यास बुझा रहा है।
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