500 वर्षों का विवाद सुलझाने की क्षमता वाले प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री पुरानी पेंशन न देकर आखिर क्यों नए नए प्रयोग कर कर्मचारियों को उलझाए रखना चाहते हैं – पंडित श्याम नारायण
गोरखपुर। रामनवमी के पावन पर्व पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारी भगवान राम के दरबार में पुरानी पेंशन बहाली की कामना से पूजन अर्चन किया । इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि देश की वर्तमान सरकार कहती है कि हम राम राज्य के सपनों को साकार करेंगे और हमारी सरकार रामराज की संकल्पना की सरकार है इसलिए मैं प्रधानमंत्री जी से कहना चाहता हूं की राम राज्य में राजा और प्रजा के लिए एक ही समान व्यवस्था थी इसलिए आप भी समस्त कर्मचारियों को देश के माननीयों की भांति पुरानी पेंशन देने की कृपा करें, एवं डेढ़ साल का एरियर, सातवें वेतन का फीटमेंट फैक्टर,रेल किराए में छूट तथा राज्य सरकार द्वारा निलंबित सभी भत्ते, वेतन विसंगति आदि लम्बित सहमति मांगों को पूरा करें, जिससे रामराज्य की वास्तविक संकल्पना सरकार हो सके।वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंडित श्याम नारायण शुक्ला ने कहा कि वर्तमान सरकार देश की पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा हुए तमाम गलत फैसलों को सुधारने का काम कर रही है, 500 वर्षों से प्रतीक्षारत राम मंदिर को बनवाना तथा धारा 370 समाप्त कर एक देश में एक विधान, एक निशान, एक प्रधान के सपने को साकार की है। देश का कर्मचारी समाज यह चाहता है कि सरकार इसी तर्ज पर *वन नेशन वन पेंशन* की व्यवस्था बनाएं और देश के माननीयो के साथ-साथ देश के कर्मचारियों को भी पुरानी पेंशन का लाभ देने का कार्य करे। मुझे विश्वास है कि यह ऐतिहासिक फैसला लेने में मोदी जी सक्षम हैं इसलिए वह कर्मचारियों के हित में शीघ्र पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा करें।
इस अवसर पर रूपेश कुमार श्रीवास्तव, गोविंद जी,राजेश सिंह, अशोक पांडेय, पंडित श्याम नारायण शुक्ल, मदन मुरारी शुक्ल, राजेश मिश्र,अनूप कुमार, कनिष्क गुप्ता, बंटी श्रीवास्तव, इजहार अली, वरुण वैरागी आदि लोग मौजूद रहे।
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