नई दिल्ली । दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि सरकार मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने पिछली आप सरकार पर आरोप लगाया कि जब उनके कार्यकाल में कुछ स्कूलों ने फीस बढ़ाई थी, तब भी वे आंखें मूंदे बैठी थीं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सूद ने कहा कि ऐसे स्कूलों की सूची तैयार कर ली गई है और उनमें से प्रत्येक का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि निष्कर्षों के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
आशीष सूद ने बताया कि दिल्ली में 1,677 निजी स्कूल हैं, जिनमें से 335 सरकारी ज़मीन पर हैं। 114 स्कूलों को दिल्ली स्कूल अधिनियम 1973 के अनुसार राज्य सरकार से अनुमति लेने के लिए बाध्य नहीं किया गया है। दिल्ली स्कूल की फीस बढ़ाने के लिए हमें दोषी ठहराया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने 2004 के मॉडर्न स्कूल मामले में आदेश पारित किया था कि दिल्ली के स्कूल अपनी फीस बढ़ाने से पहले शिक्षा निदेशालय से अनुमति लेने के लिए बाध्य हैं। लेकिन उन्होंने (आप) 2024 में दिल्ली उच्च न्यायालय में इस आदेश को खारिज करवा लिया।
मंत्री ने आगे कहा कि रेखा गुप्ता ऐसे मामलों में भ्रष्टाचार की जांच करेंगी, जहां अंडर टेबल पैसे लिए गए। उनका आरोप है कि हमने एहल्कन इंटरनेशनल स्कूल की फीस बढ़ाई। इस स्कूल में 15 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार पकड़ा गया, और फिर भी इसे उसी साल (2022-23) 15ः फीस बढ़ाने की अनुमति दी गई और 2024-25 में इसने 13ः फीस बढ़ा दी... इस दौरान आतिशी मुख्यमंत्री थीं। एंजल पब्लिक स्कूल ने 2022-23 में 14ः फीस बढ़ा दी, लेकिन कोई जांच नहीं हुई।
आप पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि वे सलवान पब्लिक स्कूल का नाम ले रहे हैं, जो 1.66 करोड़ रुपये की हेराफेरी में पकड़ा गया, जिसने 2023-24 में 23.84ः और 2024-25 में 14.68ः फीस बढ़ा दी... लांसर्स कॉन्वेंट स्कूल ने भी कथित तौर पर 4 करोड़ रुपये भ्रष्टाचार के रूप में खर्च किए और इसने 2024-25 में 34ः फीस बढ़ा दी और पिछली सरकार ने कोई जांच नहीं की। सभी 1,677 स्कूलों का ऑडिट होना चाहिए, जबकि पिछले 10 वर्षों से सालाना केवल 75 स्कूलों का ऑडिट हुआ है। पहली बार सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई जाएगी और सभी स्कूलों का ऑडिट किया जाएगा और अगर कोई स्कूल किसी भी मापदंड पर खरा नहीं उतरता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
- आप का आरोप
इससे पहले दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने सोमवार को आरोप लगाया कि राजधानी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद निजी स्कूलों ने मनमानी फीस वृद्धि की है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि कई स्कूलों ने भाजपा के प्रोत्साहन से, बिना उचित निगरानी के अपनी ट्यूशन फीस में मनमानी वृद्धि की। उन्होंने कहा, दिल्ली में भाजपा की सरकार आते ही निजी स्कूलों ने लूट शुरू कर दी है। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकाल के दौरान स्कूल फीस के लिए कड़े नियम बनाए गए थे। उन्होंने कहा, जब हमारी पार्टी 10 साल तक सरकार में थी, तब फीस वृद्धि पर एक सीमा थी। यदि ऑडिट के दौरान कोई विसंगति पाई जाती थी तो स्कूलों को अतिरिक्त राशि वापस करने के लिए कहा जाता था। कई पूर्व छात्रों को उनकी फीस वापस कर दी गई थी।
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