गोरखपुर। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पूर्वोत्तर रेलवे के 58 स्टेशनों का पुनर्विकास का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। स्टेशनों का पुनर्विकास रेल यात्रियों की आवश्यकताओं के अनुरूप तथा स्टेशन भवन को स्थानीय कला एवं संस्कृति को समाहित करते हुये डिजाइन किया गया है। जनभागीदारी को सुनिश्चित करने हेतु आम जनमानस से इन स्टेशनों के पुनर्विकास हेतु उनके बहुमूल्य सुझाव मांगे जा रहे हैं, जिसमें वे स्टेशन भवन के स्वरूप तथा सुविधाओं को और बेहतर बनाने हेतु अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त स्टेशन भवन में क्षेत्रीयता या ऐतिहासिकता की झलक, आवागमन को सुगम बनाने के लिये शहर से बेहतर कनेक्टिविटी या यात्री सुविधाओं के विस्तार से सम्बन्धित सुझावों को सीधे भारतीय रेल के वेबसाइट डब्लू डब्लू डब्लू डॉट इंडियन रेकवे डॉट जीओबी डॉट इन पर जाकर सजेशन ऑफ अमृत भारत स्टेशन/ सुझाव दो आपका स्टेशन कैसा हो‘‘ लिंक के माध्यम से अपने मन की बात रेल मंत्रालय तक पहुँचाया जा सकता है।
रेल मंत्रालय के निर्देश पर रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र (क्रिस) ने भारतीय रेल के वेबसाइट पर यह लिंक तैयार किया है। लिंक पर क्लिक करते ही सामने सुझावों से सम्बन्धित पेज खुल जायेगा। कोई भी व्यक्ति अपने स्टेशन के पुनर्विकास में बदलाव चाहता है, तो वह पेज पर दिये गये विकल्पों को अपनी इच्छानुसार भर सकते हैं। पेज पर नाम, व्यवसाय, पता, मोबाइल नम्बर तथा ई-मेल आई.डी. भरने के साथ स्टेशन का नाम चुनना होगा। अगर आप अपने स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में देखना चाहते हैं, तो सुझाव दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त अलग-अलग विकल्पों में स्टेशन से एप्रोच रोड, स्टेशन के दोनों तरफ से शहर से कनेक्टिविटी, स्टेशन से बाहर निकलने के रास्ते, वेटिंग हॉल का उच्चीकरण, क्षेत्रीयता के आधार पर स्टेशन का मॉडल, ऐतिहासिक स्वरूप, दिव्यांगजन, वरिष्ठ नागरिक, महिला एवं बच्चों सहित यात्री सुविधाओं से सम्बन्धित अपनी राय दें सकते हैं। सुझाव से सम्बन्धित ऑडियो एवं वीडियो के अतिरिक्त अभिलेख भी अपलोड कर सकते हैं। पेज पर इसके लिये अलग से विकल्प दिये गये हैं। सबमिट करने के साथ आपका सुझाव रेल मंत्रालय तक पहुँच जायेगा।
रेल मंत्रालय ने अमृत भारत स्टेशनों के पुनर्विकास की तैयारी दो वर्ष पहले तैयार कर ली है तथा पुनर्विकास कार्य प्रगति पर है। जिन लोगों के पास स्टेशन तथा क्षेत्र की धार्मिक, सांस्कृतिक एवं भौगोलिक संरचना की बेहतर जानकारी है, वह इसमें अपनी सहभागिता दे सकते हैं।
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