लखनऊ। पूर्वाेत्तर रेलवे, लखनऊ मण्डल के गोरखपुर जं. रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 02 पर स्थित ए.सी. लाउंज के निकट ‘स्टेशन महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (परिचालन) विक्रम कुमार ने की, जिसमें मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वाेत्तर रेलवे श्री पंकज कुमार सिंह, स्टेशन निदेशक व गोरखपुर जे.पी. सिंह, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, लखनऊ आशुतोष गुप्ता सहित वरिष्ठ रेलवे अधिकारी, कर्मचारी और यात्रीगण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर गोरखपुर जं. की 140 वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा और विकास को प्रदर्शित करने वाली एक ’हेरिटेज फोटो प्रदर्शनी’ का उद्घाटन वयोवृद्ध सेवानिवृत्त रेलकर्मी और पूर्व, मुख्य दर निरीक्षक व पूर्वाेत्तर रेलवे गणेश चन्द्र मिश्रा द्वारा फीता काटकर किया गया। प्रदर्शनी के अवलोकन के पश्चात् उन्होंने केक काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के आरम्भ में स्टेशन निदेशक जे. पी. सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इसी क्रम में पूर्वाेत्तर रेलवे स्काउट व गाइड जिला संघ, गोरखपुर एंव काकुल फाउंडेशन, लखनऊ द्वारा यात्री जागरूकता एवं रेल के विकास से संबंधित नुक्कड़ नाटक की मनोहारी प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने गोरखपुर जं. के ऐतिहासिक महत्त्व और उसके विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन पूर्वी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जो 140 वर्षों से यात्रियों को उच्च स्तरीय सेवाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने भारतीय रेलवे को देश के सामाजिक और आर्थिक विकास का आधार स्तंभ बताते हुए इसे सबसे सस्ता और सुलभ परिवहन साधन करार दिया। श्री सिंह ने कहा कि गोरखपुर स्टेशन पर देश की कई महान हस्तियां आ चुकी हैं, और इस प्रदर्शनी के माध्यम से नई पीढ़ी को इसकी समृद्ध विरासत से अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है। आज के ‘स्टेशन महोत्सव’ कार्यक्रम ने गोरखपुर जं. के गौरवशाली अतीत को न केवल जीवंत किया, बल्कि इसके भविष्य के भव्य स्वरूप की झलक भी प्रस्तुत की है। यह आयोजन भारतीय रेलवे की प्रगति और यात्रियों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का प्रतीक बनकर उभरेगा। उन्होंने बताया कि 1981 में छपरा से मल्हौर तक आमान परिवर्तन (मीटर गेज से ब्रॉड गेज) पूरा होने के बाद यह स्टेशन देश के प्रमुख महानगरों से जुड़ा। 2004 में रेल लाइनों के दोहरीकरण ने स्टेशन की क्षमता को और बढ़ाया, जबकि 6 अक्टूबर 2013 को यार्ड रिमॉडलिंग के बाद गोरखपुर का प्लेटफॉर्म विश्व का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म बना, जो वर्तमान में दूसरा सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है। यह स्टेशन प्रतिदिन लगभग एक लाख यात्रियों को सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें गोरखपुर तथा आसपास के जनपदों और नेपाल के यात्री शामिल हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 498 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई पुनर्विकास परियोजना आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई है। इस परियोजना के पूर्ण होने पर गोरखपुर जं. स्टेशन पर रेल यात्रियों को सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक सुविधाओं का अनुभव प्रदान करेगी, जो इसे विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन बनाएगी।
कार्यक्रम का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन जनसंपर्क अधिकारी, लखनऊ महेश गुप्ता द्वारा किया गया। इस अवसर पर लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (टीआरएस) अजितेंद्र त्रिपाठी, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर (प्रथम) दीपक कुमार, वरिष्ठ कोचिंग डिपो अधिकारी श्री बलराम, मण्डल विद्युत इंजीनियर अमित कुमार सहित अन्य रेलवे अधिकारी, कर्मचारीगण और रेल यात्री उपस्थित रहे।
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