बस्ती। भारतीय नव वर्ष के अवसर पर आर्य उप प्रतिनिधि सभा मण्डल बस्ती के नेतृत्व में जिले की आर्य समाज मंदिरों में वैदिक यज्ञ, विचार गोष्ठी, सहभोज आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिले के मुंडेरवां में चंद्रप्रकाश आर्य, लालगंज में गिरिजाशंकर दुबे, महराजगंज में अजय अग्निहोत्री, कप्तानगंज में आनन्द स्वरूप सिंह, कलवारी में सूर्य प्रताप सिंह, गांधी नगर बस्ती में हरिहर मुनि वानप्रस्थी, खलीलाबाद में अशोक आर्य, मेहदावल में रामप्रसाद आर्य के नेतृत्व में यज्ञ और फलाहार का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में आर्य समाज नई बाजार बस्ती में आयोजित वैदिक यज्ञ और विचार गोष्ठी में लोगों ने नव संवत्सर की विशेष आहुतियां देते हुए जनकल्याण की कामना की। यज्ञ कराते हुए गरुड़ ध्वज पाण्डेय ने बताया कि भारतीय काल गणना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ कालगणना है। भारतीय संस्कृति दुनिया की सबसे समृद्ध संस्कृति है। भारतीय नव वर्ष प्रकृति में व्यक्तियों के जीवन में नवीनता दर्शाता है। ओम प्रकाश आर्य ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए कहा बसंत ऋतु में इसी दिन मनुष्यों की प्रथम उत्पत्ति 1,96,08,53,126 वर्ष पूर्व हुई थी। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और महाराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक इसी दिन हुआ। 2082 वर्ष पूर्व सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन अपना राज्य स्थापित किया। उसी दिन से प्रसिद्ध विक्रमी संवत् प्रारंभ हुआ। 150 वर्ष पूर्व महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने इसी दिन को आर्य समाज की स्थापना दिवस के रूप में चुना। आर्य समाज वेद व ईश्वर के सच्चे स्वरूप को समझाने वाला एक अद्वितीय संगठन है।
विक्रमादित्य की भांति शालिवाहन ने हूणों को परास्त कर दक्षिण भारत में श्रेष्ठतम राज्य स्थापित करने हेतु यही दिन चुना।
इसी दिन से वसंत ऋतु का आरंभ होता है जो उल्लास, उमंग, खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंधि से भरी होती है। फसल पकने का प्रारंभ यानि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है।
इस मांगलिक अवसर पर अपने-अपने घरों पर भगवा पताका लहरायें। वेद आदि सद् शास्त्रों के स्वाध्याय का संकल्प लें। इस अवसर पर योग शिक्षिका श्रीमती नीलम मिश्रा ने संकल्प किया अब प्रत्येक वर्ष अपने जीवन की शुरुआत यज्ञ से ही करेंगी। उन्होंने आमजनमानस को पूरे नवरात्र भर नित्य यज्ञ करने की सलाह दी। कार्यक्रम के अन्त में लोगों को फलाहार कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से नवल किशोर चौधरी, योग शिक्षक अजीत कुमार पाण्डेय, नितीश कुमार, गणेश आर्य, विश्वनाथ, महिमा, शताक्षी, आयुष श्रीवास्तव, रिमझिम, राजेश्वरी, सौम्या साहनी, दृष्टि मोदनवाल, राधा देवी, उज्जवल, अंश कुमार, अंशिका चौधरी, परी, पुनीत राज, कार्तिकेय, वैद्य अजय चौधरी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
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