बस्ती । सेन्ट जोसफ स्कूल जिगिना के प्रबंधतंत्र द्वारा स्कूली बच्चों को होली न खेलने का सुझाव देना मंहगा पड़ा। समाज में इसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई। सेन्ट जोसफ ने इस पर सफाई भी दिया। इसे लेकर सोमवार को विश्व हिन्दू महासंघ जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह की अगुवाई में जब स्कूली बच्चों, शिक्षकों के साथ महासंघ पदाधिकारियों ने होली खेली तो बच्चों के चेहरे खिल गये। उनका उल्लास देखने लायक था। इस भव्य भगवा होली को सनानत परम्परा की जीत बताते हुये अखिलेश सिंह ने कहा कि हमारे पर्व त्यौहार सदियों से मनाये जा रहे हैं। इसाई मिशनरी द्वारा संचालित विद्यालय सेन्ट जोसफ स्कूल के प्रबंधतंत्र को खुला संदेश दे दिया गया है कि सनातन पर्व, त्यौहारोें की उपेक्षा को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जायेगा। होली खेलने के दौरान स्थानीय पुलिस प्रशासन के लोग भी उपस्थित रहे।
विश्व हिन्दू महासंघ युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि सेन्ट जोसफ स्कूल के प्रबंधतंत्र ने अभिभावकोें को संदेश दिया था कि किसी छात्र को होली खेलने के लिये पैसा या रंग आदि न दे, कोई भी बच्चा अपने साथ रंग या गुलाल लेकर नहीं आयेगा, स्कूल कैंपस में होली खेलना सख्त मना है। यह तुगलकी फरमान हैरान करने वाला था। कहा कि जानकारी होते ही विश्व हिन्दू महासंघ के साथ ही अनेक हिन्दू संगठनों ने इसका मुखर विरोध किया। विश्व हिन्दू महासंघ ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि स्कूलों में सनातन परम्परा, पर्व, त्यौहार का विरोध स्वीकार नही किया जायेगा। सेन्ट जोसफ स्कूल में होली खेलकर यह स्पष्ट संदेश दे दिया गया है।
सेन्ट जोसेफ स्कूल में होली खेलने के दौरान विश्व हिन्दू महासंघ के अजय मिश्रा, विजय शंकर शुक्ल, अर्पण श्रीवतास्तव, अभय प्रताप सिंह, विक्रांत प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, उपेन्द्र सिंह के साथ ही स्कूल के छात्र, शिक्षक आदि शामिल रहे।
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