बस्ती । शनिवार को बुद्धिस्ट इंटरनेशनल नेटवर्क के जिला प्रभारी भन्ते प्रज्ञानन्द के नेतृत्व में राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर बोध गया महाविहार मुक्ति आन्दोलन के तहत नायब तहसीलदार स्वाती सिंह के माध्यम से राष्ट्रपति को 7 सूत्रीय मांग पत्र भेजा गया।भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि महाबोधि महाविहार बौद्धों की विश्व धरोहर है, इस स्थान से अवैध कब्जों को हटवाया जाय, महाबोधि महाविहार के पास सम्राट अशोक का महल था, उसकी खोज कर बोध गया का इतिहास उजागर किया जाय।
ज्ञापन देने के बाद भन्ते प्रज्ञानन्द ने बताया कि बोध गया महाविहार मुक्ति आन्दोलन की कड़ी में समूचे देश में आन्दोलन किया जा रहा है। 8 मार्च को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन के बाद यदि अवैध कब्जा न हटाया गया तो 22 मार्च को पुनः प्रदशर्न, 9 अप्रैल से देश व्यापी जेल भरो आन्दोलन के बाद 1 जुलाई को भारत बंद कराया जायेगा ।
बहुजन मुक्ति पार्टी के मण्डल अध्यक्ष हृदय गौतम, भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरटियन ने सरकार से आग्रह किया तत्काल प्रभाव से बोध गया महाविहार से अवैध अतिक्रमण हटवाने के साथ ही इस प्रसिद्ध स्थान का सौन्दर्यीकरण कराने की पहल करे। अन्यथा की स्थिति में आन्दोलन जारी रहेगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से बुद्धेश राना, सरिता भारती, ई. महेन्द्र कुमार, प्रहलाद गौतम, सुनील कुमार कन्नौजिया, मेहीलाल गौतम, राम समुझ, सुग्रीव प्रसाद चौधरी, रामतेज भारती, भन्ते बुद्धिसागर, मनोज देवी, चन्द्रावती, अनीता, प्रर्मिला, अखिलेश्वरी, दयाराम बौद्ध, रामतीरथ, इन्दल, भिक्षुणी धम्म मित्रा, भिक्षु धम्म पाल, भिक्षु शील रतन, कुंवर भीम सिंह, पंचलाल आदि शामिल रहे।
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