पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने शनिवार को दसवीं (मैट्रिक) के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए। इस वर्ष 82.11 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए हैं। इस साल तीन परीक्षार्थी संयुक्त रूप से प्रदेश के टॉपर रहे।
पिछले साल की तुलना में इस साल मैट्रिक की परीक्षा में उत्तीर्णता प्रतिशत में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल 82.91 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने सफलता अर्जित की थी। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष भले ही उत्तीर्णता के प्रतिशत में मामूली गिरावट आई हो, लेकिन पिछले कुछ वर्षों के दौरान इसमें लगातार वृद्धि हुई है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा परिणाम के आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि 2023 की मैट्रिक परीक्षा में 81.04 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए थे। जबकि, उससे पहले 2022 की परीक्षा में 79.88 प्रतिशत और उससे पहले 2021 की मैट्रिक परीक्षा में 78.17 प्रतिशत परीक्षार्थी ही उत्तीर्ण हो सके थे।
इससे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस साल के मैट्रिक परीक्षा परिणाम जारी किए। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ और बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर भी उपस्थित रहे।
इस वर्ष 82.11 प्रतिशत यानी 12.79 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी सफल हुए हैं। इस साल टॉपर में तीन परीक्षार्थियों ने अपनी जगह बनाई है। उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों में करीब 4,70,845 प्रथम श्रेणी से पास हुए हैं। जबकि, 4,84,012 परीक्षार्थी द्वितीय और 3,07,792 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण घोषित किए गए। इस साल कुल 15,58,077 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे।
बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस साल पूरे राज्य में टॉप टेन में 123 परीक्षार्थियों के नाम हैं, जिनमें 60 लड़कियां और 63 लड़के शामिल हैं।
परीक्षा परिणाम जारी करते हुए आनंद किशोर ने कहा कि देश में बिहार पहला राज्य है, जिसने इस साल के इंटरमीडिएट और मैट्रिक की परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं।
उन्होंने विभाग और बीएसईबी के अधिकारियों, शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा कि इस साल इतने दिनों के अंदर मैट्रिक परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया, जो अब तक का सबसे कम समय है।
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