गोरखपुर। "पूरब से काव्यांजलि संस्था"के तत्वावधान में कवि कुन्दन वर्मा "पूरब" के आवास गणेशपुरम कॉलोनी राप्ती नगर पर होली मिलन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें गोरखपुर के चुनिंदा कवियों ने अपनी रचनाएं पढ़कर वाहवाही लूटी और माहौल को खुशनुमा बनाया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अरुण कुमार श्रीवास्तव शम्स, मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवयित्री सत्यमवाद शर्मा थी।
कार्यक्रम संचालन कुन्दन वर्मा पूरब द्वारा किया गया। सर्वप्रथम एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर शुभकामनाएं एवं बधाई देने के बाद बद्री प्रसाद विश्वकर्मा सांवरिया के द्वारा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ, तत्पश्चात वरिष्ठ कवि दिनेश गोरखपुरी ने अपनी रचना' वाणी ऐसी हो आपकी जैसे अमृत धार, मरते को वह जिंदा करे देवे शक्ति अपार' सुना कर वाहवाही लूटा, इसके बाद राम सुधार सिंह सैंधवार ने अपनी भोजपुरी रचना के साथ गजल प्रस्तुत किया तत्पश्चात वरिष्ठ राष्ट्रीय कवयित्री सत्यमवदा शर्मा ने बहुत ही सुंदर ढंग से होली गीत के साथ कई गजलें सुना कर माहौल को खुशनुमा बनाया इसके बाद बद्री प्रसाद वर्मा सांवरिया द्वारा अपनी रचना 'जोगीरा सर र र र सुना कर होली के माहौल को प्रस्तुत किया गया, इसके बाद कुन्दन वर्मा पूरब ने होली पर शानदार कविता और दोहा पढ़ा गुझिया, सेवइ, गुलगुले ,देते यह संदेश। भाईचारा , प्रेम से,खिलता भारत देश।।
इसके बाद संचालक की आवाज पर मशहूर कवयित्री प्राची राज और सरिता सिंह ने अपनी सुंदर रचनाएं पढ़कर आधी आबादी का संदेश दिया। अंत में अध्यक्षता कर रहे अरुण कुमार श्रीवास्तव शम्स गोरखपुरी ने सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए और सब की रचनाओं की समीक्षा करते हुए अपनी रचना 'हिंदू यहां पर ईद मनाते और होली यहां खेले मुसलमान, कितना प्यारा है मेरा भारत देश महान, सुना कर कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
इस अवसर पर डॉक्टर राकेश सिंह, संजीव सिन्हा, अजय, अनिमेष के साथ तमाम लोग सपरिवार उपस्थित रहे।
इसके पूर्व श्रीमती रंजना वर्मा ने सबको गुलदस्ता देकर सम्मानित किया तत्पश्चात कुन्दन वर्मा पूरब ने पूरब से काव्यांजलि मंच के सभी सदस्यों एवं पदाधिकारियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए सभी श्रोताओं एवं कलमकारों का आभार व्यक्त किया गया।
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