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Thursday, March 20, 2025

हिंदी में उत्कृष्ट योगदान के लिए 49 रेल कर्मियाों को किया गया सम्मानित

गोरखपुर। रेल भवन, नई दिल्ली में अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बार्डे सतीश कुमार की अध्यक्षता में 20 मार्च को 154वीं रेलवे बार्डे राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजभाषा में उत्कृष्ट योगदान के लिये अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बार्डे ने 49 रेल कर्मियांे को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड ने व्यक्तिगत श्रेणी में पूर्वाेत्तर रेलवे के मुख्य इंजीनियर/ट्रैक मशीन संजय यादव को रेल मंत्री राजभाषा रजत पदक प्रदान कर सम्मानित किया।

इसी क्रम में पूर्वाेत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर मंे राजभाषा विभाग द्वारा पुरस्कार वितरण समारोह एवं स्वास्थ्य संगोष्ठी का आयोजन 20 मार्च को रेलवे अधिकारी क्लब, गोरखपुर में किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर संजय सिंघल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री सिंघल ने वर्ष 2024 में आयोजित क्षेत्रीय रेलवे हिंदी निबंध, वाक्य तथा हिन्दी टिप्पण एवं प्रारूप लेखन प्रतियोगिता एवं राजभाषा सप्ताह में आयोजित हिंदी क्विज़ के सफल रेल कर्मियों को बधाई देते हुए राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में सहयागे प्रदान करने के लिये सराहना
की तथा प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागियांे को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
रेलवे बोर्ड राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष एवं मुख्य कार्य कारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड सतीश कुमार ने कहा कि हम सब साथ मिलकर हिंदी के प्रयोग और प्रसार के लिए जब सार्थक प्रयास करेंगे तभी हम देश के अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच पाएंगे। रेल यात्रियों को बेहतर सेवा देना हम सबका परम कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि रेलवे से संबंधित सभी संरक्षा और सुरक्षा के साहित्य का हिंदी अनुवाद किया जाना आवश्यक है। साथ ही हिंदी में मौलिक लेखन पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। भारतीय रेल मंे राजभाषा के नियमों का पालन अच्छे तरीके से किया जा रहा है, जो खुशी की बात है। हम सबको इसी तरह हिंदी के प्रयोग और प्रसार के लिए काम करते रहना है।
बैठक के उपरान्त राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले क्षेत्रीय रेलवे, मंडल, उत्पादन इकाइयों और अधिकारियों-कर्मचारियों को अध्यक्ष एवं मुख्य कार्य कारी अधिकारी, रेलवे  बोर्ड ने पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में पूर्व मध्य रेल को ‘रेल मंत्री राजभाषा शील्ड’ प्रदान की गई। इस श्रेणी में उत्तर रेलवे को ‘रेल मंत्री राजभाषा ट्रॉफी’ प्रदान की गई। ‘आदर्श उत्पादन इकाई’ श्रेणी में बनारस रेल इंजन कारखाना को प्रथम और आरडीएसओ लखनऊ को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। मंडल श्रेणी में
रतलाम मंडल को ‘आचार्य महावीर प्रसाद रनिंग शील्ड’ दिया गया। रेल स्प्रिगं कारखाना, उत्तर मध्य रेल को आदर्श स्टेशन व कारखाना श्रेणी में ‘रेल मंत्री राजभाषा शील्ड’ दिया गया। ‘ग’ क्षेत्र में दक्षिण मध्य रेल को प्रथम और दक्षिण पश्चिम रेलवे को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया, जबकि आदर्श उत्पादन इकाइयांे में रेल पहिया कारखाना बेंगलुरु और चितरंजन रेल इंजन कारखाना को पुरस्कृत किया गया।
आदर्श मॉडल का ‘आचार्य रघुवीर रनिंग शील्ड’ विजयवाड़ा मंडल को दिया गया, जबकि माल डिब्बा कारखाना गुंटुपल्ली को ‘रेल मंत्री राजभाषा शील्ड’ दिया गया। आदर्श  उपक्रम का ‘रेल मंत्री राजभाषा रनिंग ट्राफी’ रले टेल दिल्ली को तथा आदर्श केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान का ‘रेल मंत्री राजभाषा रनिंग ट्राफी’ भारतीय रेल राष्ट्रीय अकादमी वड़ो दरा को दिया गया। व्यक्तिगत श्रेणी में पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता को ‘कमलापति त्रिपाठी राजभाषा स्वर्ण पदक’ दिया गया। साथ ही, अमित कुमार
अग्रवाल (पूर्व मध्य रेल), कल्याण पटनायक (पूर्व तट रेल), रविलेश कुमार (पूर्वाेत्तर सीमा रेलवे), संजीव तिवारी (पश्चिम मध्य रेल), अभय कुमार गुप्ता (दक्षिण मध्य रले ), डॉक्टर प्रणय प्रभाकर (उत्तर पश्चिम रेल), मुदित चंद्र (उत्तर मध्य रेल), संतोष कुमार वर्मा (दक्षिण पश्चिम रेलवे), पी श्रीनिवास (दक्षिण रेलवे), अशफाक अहमद (पश्चिम रेलवे), संजय यादव (पूर्वाेत्तर रेलवे), रेनू शर्मा (मध्य रेल), राजेश कुमार (पूर्वाेत्तर सीमा रेलवे), अशोक कुमार सूर्यवंशी (दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे), बलबीर सिंह (उत्तर रेलवे) और सौमित्र मजूमदार (पर्वू 
रेलवे) को रले मंत्री राजभाषा रजत पदक प्रदान किया गया।
इस श्रेणी मे ंउत्पादन इकाइयों और प्रशिक्षण संस्थानों के विभिन्न अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया जिनमें बनारस रंल इंजन कारखाना के प्रमोद कुमार चौधरी, अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन लखनऊ के शरद कुमार जैन, केंद्रीय रले विद्युतीकरण संगठन के सजय कुमार सिंह नेगी, रेल पहियां कारखाना बेंगलुरु के राजेश पी खाड़े, सवारी डिब्बा कारखाने के शुभांशु शेखर मिश्रा, इरीसेन पुणे के आर. एन. गुप्ता, इरीन नासिक रोड के पीयूष गुप्ता, भारतीय रेल राष्ट्रीय अकादमी के प्रमादे गुप्ता, चितरंजन रेल कारखाना के वीरंद्रे कुमार, रेल डिब्बा कारखाना कपरू थला के अखिलेश मिश्रा, रेलटेल के संजय कुमार, कोंकण रेलवे के सत्येंद्र कुमार शुक्ला, आई आरसीटीसी के राजेश कुमार और रेलवे बार्डे के मनोज कुमार राम के नाम शामिल रहे।
इस अवसर पर ‘रेल मंत्री हिंदी निबंध प्रतियोगिता’ के विजेताआं को भी सम्मानित किया गया। इसमें राजपत्रित संवर्ग में रेलवे बोर्ड के संघप्रिय गातै म को प्रथम पुरस्कार और पश्चिम मध्य रेल के संजीव तिवारी को द्वितीय पुरस्कार मिला तथा अराजपत्रित संवर्ग में पूर्वाेत्तर सीमा रले के राकेश रमन को प्रथम पुरस्कार और पूर्व तट रेल के आशीष कुमार शाह को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर संजय सिंघल ने कहा कि आज
पूर्वाेत्तर रेलवे राजभाषा विभाग द्वारा मधुमेह रागे, हृदय रोग-कारण व बचाव एवं स्त्री स्वास्थ्य जैसे विषयांे पर संगोष्ठी आयोजित की गई जो आज के समय मंे अत्यन्त ही प्रासंगिक है। वैश्वीकरण और प्रतिस्पर्धा के इस दौर में बदलती जीवनशैली ने लोगों को तरक्की के साथ कुछ नकारात्मक चीजें भी दी हैं। आज आधुनिक और सम्पन्न होने की लालसा में कई प्रकार के मानसिक दबाव और तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। लोगांे में अनेक बीमारियां बढ़ रही हैं। इन बीमारियों में मधुमेह रोग व हृदय रोग सबसे घातक
बीमारी बन चुकी है। जीवनशैली में अनियमितता मधुमेह का बड़ा कारण है। आज की यह स्वास्थ्य संबंधी संगोष्ठी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिये अत्यन्त लाभकारी सिद्ध होगी तथा स्वास्थ्य संबंधी जो भी भ्रांतियां है वे दूर होंगी। संगोष्ठी में विशिष्ट वक्ता में रूप में मंडल चिकित्साधिकारी डा. प्रसन्नजीत यादव एवं सहायक मंडल चिकित्साधिकारी, ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर डा. अलका पाण्डेय ने इन गंभीर बिमारियों पर बहुत ही ज्ञानवर्धक एवं उपयोगी व्याख्यान दिया।
उप मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं उप मुख्य वाणिज्य प्रबन्धक सुमित कुमार ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि वर्ष 2024 में ’हिन्दी दिवस’ के उपलक्ष्य मंे मुख्यालय में राजभाषा सप्ताह समारोह के दौरान विविध कार्यक्रमों का आयाजे न किया गया, जिसमें सफल प्रतिभागियों को मुख्य राजभाषा अधिकारी ने पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंनेे कहा कि ऐसे आयोजनों से राजभाषा हिन्दी में कार्य करने के प्रति कर्मचारियांे का उत्साहवर्धन होता है। यही कारण है कि पूर्वाेत्तर रेलवे पर सरकारी कामकाज में हिन्दी का प्रचार-प्रसार संतोषजनक है। समारोह का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ अनुवादक/प्रभारी श्रीमती अनामिका सिंह ने किया।

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