झांसी। उत्तर प्रदेश में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजभवन में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली 120 महिलाओं को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
प्रदेश भर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। राजभवन की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं में संवेदनशीलता और मानवता अधिक होती है और यही कारण है कि वे हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाओं में सेवा भाव भी प्रबल होता है, जो उन्हें जीवनभर कर्मशील बनाए रखता है। पटेल ने कहा, ‘‘महिलाएं चाहे घर में हों, कार्यालय में हों या किसी अन्य क्षेत्र में कार्यरत हों, वे सदैव ऊर्जा से भरपूर रहती हैं।’’
उन्होंने कहा कि महिलाएं आज घर और कार्यालय दोनों का प्रबंधन कुशलता से कर रही हैं। पटेल ने राजभवन में नाटक और भाषण प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विश्वविद्यालय के छात्रों की प्रशंसा की और उन्हें दहेज और बाल विवाह जैसे सामाजिक मुद्दों पर शोध करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं ने अपने अनुभव एवं सुझाव साझा किए। अमेठी में, ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से ‘हुनरबाज लेडीज’ नामक फिल्म बनाए जाने की घोषणा की गई।
फिल्म के मुहूर्त में जिला मजिस्ट्रेट निशा अनंत और पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक मौजूद थीं। करीब 20 से 25 करोड़ रुपये के बजट वाली इस फिल्म में स्थानीय स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं कलाकारों के रूप में नजर आएंगी।
झांसी मंडल में विभिन्न विभागों की 40 महिलाओं ने बबीना स्टेशन का संचालन संभाला। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए इसे ‘‘महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम’’ बताया।
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