बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में नवाचारी शिक्षण विधियों और गणित किट के प्रयोग हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण (फालोअप) सोमवार को दिया गया। जिसमें प्राथमिक स्तर के आठ ब्लाकों के 200 शिक्षक प्रशिक्षित किए गए। प्रशिक्षण का शुभारंभ डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके किया। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य ने कहा कि शिक्षक नवाचारी विधियों द्वारा रुचिकर ढंग से बच्चों को पढ़ाए। कहा कि प्रशिक्षण में शिक्षक मात्र एक माध्यम है इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों को गणित किट के सही प्रयोग की जानकारी देना है। हमें पूरा भरोसा है कि हमारे बच्चे शिक्षकों के द्वारा गणित किट के बारे में बारीकी से सीख सकेंगे। प्रशिक्षण प्रभारी डायट प्रवक्ता अलाउद्दीन खान ने कहा कि प्रशिक्षण में सीखी गई विधाओं को शिक्षकों द्वारा अपनी कक्षाओं में लागू करना ही प्रशिक्षण की सार्थकता है। उन्होंने बताया कि प्रथम बैच में प्राथमिक स्तर के आठ ब्लाकों के 200 शिक्षक प्रशिक्षित किए गए हैं मंगलवार को शेष ब्लॉकों के शिक्षकों का प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षण के सन्दर्भदाता हरेंद्र यादव, अनूप सिंह, बाल मुकुंद, अमरेंद्र चौधरी ने प्रतिभागियों को नवाचारी शिक्षण विधियों के साथ संख्या मापन, संख्या, संक्रियाएँ, आकृति पैटर्न एवं आंकड़ा प्रबंधन से संबंधित अवधारणा आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। इस अवसर डॉ गोविंद प्रसाद, डॉ रविनाथ त्रिपाठी, कुलदीप चौधरी, शशिदर्शन त्रिपाठी, कल्याण पाण्डेय, सरिता चौधरी, वर्षा पटेल, वंदना चौधरी, विवेक कान्त पाण्डेय, अजीत सिंह, मो. सलाम, रजनीश शर्मा, अरुण दूबे, शशांक दूबे, गोपाल दूबे, लाल महेश मौर्य, धर्मेंद्र कुमार, पीयूष मिश्र, रत्नेश गुप्ता, शशिकांत, मधुसूदन, धनंजय, संजय कुमार, दिनेश मौर्य आदि उपस्थित रहे।
बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में नवाचारी शिक्षण विधियों और गणित किट के प्रयोग हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण (फालोअप) सोमवार को दिया गया। जिसमें प्राथमिक स्तर के आठ ब्लाकों के 200 शिक्षक प्रशिक्षित किए गए। प्रशिक्षण का शुभारंभ डायट प्राचार्य संजय कुमार शुक्ल ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित करके किया। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डायट प्राचार्य ने कहा कि शिक्षक नवाचारी विधियों द्वारा रुचिकर ढंग से बच्चों को पढ़ाए। कहा कि प्रशिक्षण में शिक्षक मात्र एक माध्यम है इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों को गणित किट के सही प्रयोग की जानकारी देना है। हमें पूरा भरोसा है कि हमारे बच्चे शिक्षकों के द्वारा गणित किट के बारे में बारीकी से सीख सकेंगे। प्रशिक्षण प्रभारी डायट प्रवक्ता अलाउद्दीन खान ने कहा कि प्रशिक्षण में सीखी गई विधाओं को शिक्षकों द्वारा अपनी कक्षाओं में लागू करना ही प्रशिक्षण की सार्थकता है। उन्होंने बताया कि प्रथम बैच में प्राथमिक स्तर के आठ ब्लाकों के 200 शिक्षक प्रशिक्षित किए गए हैं मंगलवार को शेष ब्लॉकों के शिक्षकों का प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षण के सन्दर्भदाता हरेंद्र यादव, अनूप सिंह, बाल मुकुंद, अमरेंद्र चौधरी ने प्रतिभागियों को नवाचारी शिक्षण विधियों के साथ संख्या मापन, संख्या, संक्रियाएँ, आकृति पैटर्न एवं आंकड़ा प्रबंधन से संबंधित अवधारणा आदि के बारे में विस्तार से बताया गया। इस अवसर डॉ गोविंद प्रसाद, डॉ रविनाथ त्रिपाठी, कुलदीप चौधरी, शशिदर्शन त्रिपाठी, कल्याण पाण्डेय, सरिता चौधरी, वर्षा पटेल, वंदना चौधरी, विवेक कान्त पाण्डेय, अजीत सिंह, मो. सलाम, रजनीश शर्मा, अरुण दूबे, शशांक दूबे, गोपाल दूबे, लाल महेश मौर्य, धर्मेंद्र कुमार, पीयूष मिश्र, रत्नेश गुप्ता, शशिकांत, मधुसूदन, धनंजय, संजय कुमार, दिनेश मौर्य आदि उपस्थित रहे।
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