बस्ती। उ.प्र. जल निगम ग्रामीण कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निशार अहमद तथा अवर अभियन्ता रामदास के सेवानिवृत्त होने पर साथ कर्मचारियों ने विदाई समारोह का आयोजन किया। इनका फूल मालाओं से स्वागत किया गया। अधिशाषी अभियन्ता जनार्दन सिंह ने कहा सेवानिवृत्ति एक अनिवार्य प्रक्रिया है। 25-30 साल तक सेवा करने के उपरान्त जब किसी साथी को विदा करना होता है तो वह क्षण बेहद भावुक होता है।विदाई समारोह में पूरे सेवाकाल के अनुभव और खास घटनाक्रम याद आते हैं। उन्होने कहा निशार अहमद और जू. इंजीनियर रामदास काफी संयमी और अपने काम के प्रति सजग रहते थे। उनका सेवाकाल दूसरों के लिये प्ररणास्रोत है। सहायक अभियन्ता योगेन्द्र कुमार ने कहा सेवाकाल समाप्त होने पर एक ओर जहां सहकर्मियों से अलग होना होता है वहीं परिवार के हिस्से वाला समय बढ़ जाता है। यानी सेवाकाल के बाद लोग अपने परिवार को पर्याप्त समय दे पाते हैं। दोनो कर्मचारियों ने साथियों को छाता, छड़ी, बुद्ध का चित्र और भारत का संविधान, अंगवस्त्र देकर बैंड बाजे के साथ भावभीनी विदाई दी। मौके पर इंजी. देवेश चौधरी, इंजी. दिलीप चौधरी, जू. इंजी. उपहार गुप्ता, जू. इंजी. अश्वनी कुमार, जू. इंजी. शशांक श्रीवास्तव, राजकुमार, सुबोध त्रिपाठी तथा सुरेन्द्र नाथ मिश्रा आदि मौजूद रहे।
बस्ती। उ.प्र. जल निगम ग्रामीण कार्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी निशार अहमद तथा अवर अभियन्ता रामदास के सेवानिवृत्त होने पर साथ कर्मचारियों ने विदाई समारोह का आयोजन किया। इनका फूल मालाओं से स्वागत किया गया। अधिशाषी अभियन्ता जनार्दन सिंह ने कहा सेवानिवृत्ति एक अनिवार्य प्रक्रिया है। 25-30 साल तक सेवा करने के उपरान्त जब किसी साथी को विदा करना होता है तो वह क्षण बेहद भावुक होता है।विदाई समारोह में पूरे सेवाकाल के अनुभव और खास घटनाक्रम याद आते हैं। उन्होने कहा निशार अहमद और जू. इंजीनियर रामदास काफी संयमी और अपने काम के प्रति सजग रहते थे। उनका सेवाकाल दूसरों के लिये प्ररणास्रोत है। सहायक अभियन्ता योगेन्द्र कुमार ने कहा सेवाकाल समाप्त होने पर एक ओर जहां सहकर्मियों से अलग होना होता है वहीं परिवार के हिस्से वाला समय बढ़ जाता है। यानी सेवाकाल के बाद लोग अपने परिवार को पर्याप्त समय दे पाते हैं। दोनो कर्मचारियों ने साथियों को छाता, छड़ी, बुद्ध का चित्र और भारत का संविधान, अंगवस्त्र देकर बैंड बाजे के साथ भावभीनी विदाई दी। मौके पर इंजी. देवेश चौधरी, इंजी. दिलीप चौधरी, जू. इंजी. उपहार गुप्ता, जू. इंजी. अश्वनी कुमार, जू. इंजी. शशांक श्रीवास्तव, राजकुमार, सुबोध त्रिपाठी तथा सुरेन्द्र नाथ मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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