बस्ती। जनपद की पत्रकारिता दिनेश चन्द्र पाण्डेय की ऋणी रहेगी। जब भी सिद्धान्तों पर अटल रहने, निडर और बेबाक रहने वाले पत्रकारों की चर्चा होगी, दिनेश चन्द्र पाण्डेय याद आयेंगे। यह बातें कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ‘ज्ञानू’ ने कही। वे पार्टी दफ्तर पर आयोजित शोक सभा में दिनेश चन्द्र पाण्डेय को श्रद्धांजलि दे रहे थे। उन्होने कहा पाण्डेय जी ने आजीवन पत्रकारिता को ओढ़ा, बिछाया।
उनकी तीन पीढियां पत्रकारिता क्षेत्र में सक्रिय हैं। बड़ा नाम, अच्छी पारिवारिक पूष्ठभूमि और सामाजिक प्रतिष्ठा के होते हुये पाण्डेय जी ने कभी सादगी नही छोड़ा। उनके विचारों की ये महानता अगली पीढ़ी में भी समाहित हो चुकी है। ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने कहा नई पीढ़ी के पत्रकारों को दिनेश चन्द्र पाण्डेय की जीवनशैली से सीख लेनी चाहिये। पूर्व विधानसभा प्रत्याशी देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि दिनेश चन्द्र पाण्डेय का समूचा जीवन पत्रकारिता को समर्पित रहा। उन्होने बस्ती को बहुत कुछ दिया है। उनकी बेबाकी की लोग मिसालें दे रहे हैं। प्रवक्ता मो. रफीक खां ने कहा दिनेश चन्द्र पाण्डेय जी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होने कभी झूठ, नफरत और हिंसा का समर्थन नही किया।
पूर्व अध्यक्ष अनिरूद्ध त्रिपाठी ने दिनेश चन्द्र पाण्डेय के संघर्ष के दिनों को याद किया। अशोक श्रीवास्तव ने कहा पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत चुनौतीपूर्ण है, विपरीत परिस्थितियों में भी दिनेश चन्द्र पाण्डेय पत्रकारों को साहस देते थे। समस्याओं का समाधान तो उनकी जुबान पर था। उनका सच के साथ खड़े रहने का संकल्प आजीवन कायम रहा चाहे निशाने पर उनके अपने ही क्यों न रहे हों। पत्रकारिता क्षेत्र की नई पीढ़ी उन्हे अभिभावक मानती थी। उनके व्यक्तित्व की विशालता और निष्पक्षता हमेशा पत्रकारों की पेरणास्रोत रहेगी। शोक सभा को गंगा प्रसाद मिश्र, लालजीत पहलवान, सुरेन्द्र मिश्रा सहित कई वक्ताओं ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर डीएन शास्त्री, विनय तिवारी, शकुन्तला देवी, हरिश्चन्द्र चौधरी, गुड्डू सोनकर, विजय कुमार, जेपी चौबे, सर्वेश शुक्ल, लालजी शर्मा, साधूसरन यादव, लक्ष्मी यादव, आशुतोष पाण्डेय एडेवोकेट, इजहार अहमद, अजीज, कमलेश तिवारी, मो. अशरफ अली, मदनलाल आदि मौजूद रहे।
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