बस्ती । गौर विकास क्षेत्र के ग्राम पंचायत पतिला के बुजुर्ग की पेंशन रोके जाने के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आरके आरतियन की तबियत दूसरे दिन बिगड़ गई। आनन फानन में एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। आरके आरतियन मंगलवार से विकास भवन परिसर में आमरण अनशन कर रहे थे।आरोप है कि ग्राम सचिव ने एक बुजुर्ग को कागजों में मृत दिखाकर उनकी पेंशन रोक दी है। इस मामले में शिकायत की, तब से ग्राम सचिव उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन किसी ने कोई कार्यवाही नही की। आरतियन लगातार उपरोक्त मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे थे। जिला पंचायत राज अधिकारी ने आरतियन को समझाते हुये मामले में कार्यवाही के लिये तीन दिन का वक्त मांगा था, किन्तु आरतियन अपनी मांग पर अड़े रहे। आज अचानक तबयित खराब होने पर अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। हालांकि अस्पताल में इलाज के दौरान भी आरतियन इस बात पर अड़े रहे कि ठीक होने के बाद फिर अनशन करेंगे और जब तक दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नही होगी उनका अनशन जारी रहेगा।
बस्ती । गौर विकास क्षेत्र के ग्राम पंचायत पतिला के बुजुर्ग की पेंशन रोके जाने के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष आरके आरतियन की तबियत दूसरे दिन बिगड़ गई। आनन फानन में एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। आरके आरतियन मंगलवार से विकास भवन परिसर में आमरण अनशन कर रहे थे।आरोप है कि ग्राम सचिव ने एक बुजुर्ग को कागजों में मृत दिखाकर उनकी पेंशन रोक दी है। इस मामले में शिकायत की, तब से ग्राम सचिव उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन किसी ने कोई कार्यवाही नही की। आरतियन लगातार उपरोक्त मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे थे। जिला पंचायत राज अधिकारी ने आरतियन को समझाते हुये मामले में कार्यवाही के लिये तीन दिन का वक्त मांगा था, किन्तु आरतियन अपनी मांग पर अड़े रहे। आज अचानक तबयित खराब होने पर अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये। हालांकि अस्पताल में इलाज के दौरान भी आरतियन इस बात पर अड़े रहे कि ठीक होने के बाद फिर अनशन करेंगे और जब तक दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नही होगी उनका अनशन जारी रहेगा।
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