परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का हिस्सा बना सरस्वती विद्या मंदिर रामबाग
बस्ती। सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग बस्ती में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'परीक्षा पर चर्चा 2025' का सजीव प्रसारण हुआ, जिसे सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग के भैयाओं ने देखा।
ऑनलाइन माध्यम से विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गोविन्द सिंह, उप प्रधानाचार्य विजय प्रताप पाठक जी ने भैयाओं, आचार्यों आदि के साथ बैठकर कार्यक्रम हिस्सा बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से परीक्षा के तनाव को कम करने के उपायों पर चर्चा की। यह कार्यक्रम नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान के भारत मंडपम में सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। यह पीपीसी का आठवां संस्करण है और इस साल यह विशेष रूप से परीक्षा से संबंधित तनाव को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने का दिया मंत्र।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बच्चों के तनाव को कम करने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि मैं चुनौतियों को ही चुनौतियां देता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में परीक्षा के दौरान स्ट्रेस और रिजल्ट के बारे में बात की। उन्होंने बच्चों से पूछा कि वे इससे कैसे निपटते हैं। पीएम मोदी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान केरल की एक स्टूडेंट की हिंदी से काफी प्रभावित हुए।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को खाने-पीने के बारे में अहम टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि बच्चों को अपने भोजन को अच्छी तरह से चबाकर खाना चाहिए, कम से कम 32 बार। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों को कौन से खाद्य पदार्थ खाना चाहिए और किनसे बचना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कब और क्या खाना उचित है।
पीएम मोदी में परीक्षा पे चर्चा में शामिल हुए छात्रों के साथ सुंदर नर्सरी में पेड़ भी लगाया। पीएम मोदी ने कहा जैसे ये पेड़ लगाए है, पानी पिलाने का उपाय क्या है। उन्होंने आगे बताया कि पेड़ के बगल में एक मिट्टी का मटका लगा देना चाहिए और उसमें एक महीने में पानी डालना चाहिए। इससे पेड़ का ग्रोथ कम पानी से भी होगा।
एक छात्र ने पीएम मोदी से पूछा कि उसे पेपर छूटने का डर रहता है। इस पर पीएम मोदी ने सलाह दी कि वह पिछले सालों के पेपर सॉल्व करें, इससे उसका डर खत्म हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को केवल उन सवालों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो महत्वपूर्ण हैं। खुद को मोटिवेट करने के लिए गोल्स बनाइए। उन्हें हासिल कर लेने के बाद खुद को रिवॉर्ड दें।
पीएम मोदी ने कहा कि कक्षा 10 और 12 के लगभग 40-50 प्रतिशत छात्र असफल होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यही उनका अंतिम लक्ष्य है। स्कूल में या जीवन में सफलता और असफलता के बीच अंतर को समझना जरूरी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि क्रिकेट खिलाड़ी दिन के अंत में अपनी गलतियों पर विचार करते हैं और उन पर काम करते हैं, छात्रों को भी यही करना चाहिए। उनके अनुसार, आपके अंक आपको नहीं, बल्कि आपके जीवन को दिखाते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को टेक्नोलॉजी के सही उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी कोई खतरनाक तूफान नहीं है जो आपको गिरा देगा। इनोवेशन आपकी भलाई के लिए हैं। टेक्नोलॉजी का सही तरीके से इस्तेमाल करें और अपने समय को बर्बाद करने वाली गतिविधियों से बचें।
पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान शिक्षकों और अभिभावकों को भी एक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हर बच्चा खास होता है, उनकी किसी दूसरे से तुलना मत करें। बच्चों के ऊपर प्रेशर मत डालिए। बच्चा खुद पहले से बेहतर करने और बनने की कोशिश करता है।
परीक्षा से पहले स्ट्रेस के सवाल पर पीएम मोदी ने पूछा कि यह मुसीबत शुरू कहां से होती है। तनाव और डिप्रेशन होने के लक्षण नजर आने लगते हैं। अपने मन की दुविधाओं को लोगों के साथ बांटना सीखें। इससे मन शांत रहता है, साथ ही घर के किसी भी सदस्य से बात करें।
क्रिकेटरों का उदाहरण देते हुए पीएम ने छात्रों को दबाव पर ध्यान न देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह बल्लेबाज स्टेडियम में नारे और शोर को अनदेखा करके गेंद पर ध्यान केंद्रित करता है, उसी तरह छात्रों को भी दबाव के बारे में सोचने के बजाय पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान एक छात्र ने पीएम मोदी से पूछा कि अच्छा नेता कैसे बनें, तो पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि टीमवर्क और धैर्य अच्छे नेता बनने के मुख्य गुण हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अपने साथियों का समर्थन करना और उनकी परिस्थितियों को समझना महत्वपूर्ण है। नेतृत्व किसी पर थोपा नहीं जा सकता।
एक छात्र के सवालों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर बच्चे में कुछ न कुछ खासियत जरूर होती है। कोई पढ़ाई में अच्छा होता है तो किसी की और चीज में अच्छा होता है। साथ ही पीएम मोदी ने उस छात्र से उसकी खासियत के बारे में भी चर्चा की।
परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के दौरान बिहार के एक छात्र ने पीएम मोदी से लीडरशिप से जुड़ा सवाल पूछा, जिस पर पीएम मोदी ने मजाकिया लहजे में कहा कि बिहार का छात्र हो और राजनीति से जुड़ा सवाल न हो, यह हो ही नहीं सकता। पीएम मोदी ने बताया आपके विश्वास से लीडरशिप को बल मिलता है।
वहीं, कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य जी ने भी समस्त विद्यालय परिवार का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 'परीक्षा पर चर्चा-2025' कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री जी ने आज जो-जो महत्वपूर्ण बातें बताईं , हम उनका अनुसरण अपने जीवन और इस आगामी परीक्षा में जरूर करें, सभी छात्रों को इससे बहुत लाभ होगा। इस कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्य विनोद सिंह, राजीव कुमार श्रीवास्तव, विजय नारायण उपाध्याय, अम्बिकेश्वर दत्त ओझा, सतीश मौर्य, अंकित कुमार गुप्ता आदि समस्त बंधुओं ने मनोयोगपूर्वक भाग लिया।
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