प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में श्रद्धालुओं की लगातार भीड़ उमड़ रही है। रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को संगम में अमृत स्नान करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 40 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई। प्रदेश सरकार की ओर से आधिकारिक आंकड़े जारी किये गये, जिसमें कहा गया कि 7 फरवरी को 48 लाख लोग गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम पर डुबकी लगाने पहुंचे।
ज्ञात हो कि मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी पर तीन पवित्र अमृत स्नान त्योहारों का समापन हो चुका है। इसके बावजूद भारत और दुनियाभर से तीर्थयात्री पवित्र डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में महाकुंभ पहुंच रहे हैं। राज्य सरकार ने कहा कि मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए सबसे अधिक भीड़ रही, जब आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई।
- उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़
महाकुंभ में घाटों पर स्नान करने वालों का विश्लेषण किया जाए तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालु मौनी अमावस्या पर स्नान कर चुके हैं, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई। इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
- ये प्रमुख लोग अब तक कर चुके हैं अमृत स्नान
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सहित तमाम राजनीतिक नेता भी महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। वहीं, अभिनेत्री हेमा मालिनी और अनुपम खेर, ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल और कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा समेत अन्य हस्तियां भी स्नान में शामिल हुई थीं।
- टेंट सिटी और मोटर बोट की आ रही डिमांड
महाकुंभ मेले में देश के हर कोने से वीआईपी पहुंच रहें हैं, ऐसे में अपना प्रोग्राम भेजने के बाद सभी की टेंट सिटी में कमरा और मोटर बोट की डिमांड आ रही है। मेला प्रशासन ने पहले 150 कमरे का इंतजाम किया था, लेकिन आने वालों की संख्या को देखते हुए 60 कमरे की संख्या इजाफा किया गया है। जो भी वीआईपी आ रहे हैं उनके साथ 15 से 20 की संख्या रह रही है। सभी को दस से अधिक कमरे की जरूरत पड़ रहीं है. ऐसे में मेला प्रशासन की परेशानी पड़ गई हैं। मालूम हो कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आगामी सोमवार को संगम पर पवित्र अनुष्ठान में भाग लेने के लिए प्रयागराज आने वाली हैं। 13 जनवरी 2025, से शुरू हुए महाकुंभ का समापन 26 फरवरी 2025, यानी महाशिवरात्रि वाले दिन हो जाएगा।
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