गोरखपुर। महानिदेशक/संरक्षा, रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली हरिशंकर वर्मा ने महाप्रबन्धक सभा कक्ष, गोरखपुर में महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर, अपर महाप्रबन्धक डी.के.सिंह, प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा, प्रमुख विभागाध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संरक्षा समीक्षा बैठक की।
इस अवसर पर महानिदेशक/संरक्षा श्री वर्मा ने कहा कि संरक्षा एक मानसिक दृष्टिकोण है जो कि आपको हमेशा विचार कर सही प्रकार से कार्य करने को प्रेरित करता है। यदि कार्य को सही प्रकार से सम्पादित किया जाय तभी शत-प्रतिशत संरक्षा सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं की भी उचित जांच की जानी चाहिये जिससे कि घटना के कारण को समाप्त किया जा सके। रेलकर्मी होने के नाते सभी की जिम्मेदारी है कि ट्रेनों का संचालन पूरी संरक्षा के साथ किया जाय, ऐसे में पर्यवेक्षकों तथा फील्ड में कार्य करने वाले कर्मियों का भी ज्ञानवर्धन किया जाना चाहिये। संरक्षित ट्रेन संचालन में यार्डों की और विशेषकर प्वाइंट्स एवं क्रासिंग की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में इस पर विशेष फोकस रखकर प्राथमिकता के आधार पर इसमें उत्तरोत्तर सुधार किया जाना चाहिये।
इस अवसर पर प्रमुख विभागाध्यक्षों ने रेलवे बोर्ड से सम्बन्धित अपनी आवश्यकताओं के बारे में बताया जिस पर महानिदेशक/संरक्षा, रेलवे बोर्ड द्वारा उचित दिशा-निर्देश दिया गया।
इसके पश्चात महानिदेशक/संरक्षा ने संरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से पूर्वोत्तर रेलवे पर संरक्षा की स्थिति को प्रस्तुत किया गया।
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