लाल फीता शाही को बढ़ावा देने वाला है स्वास्थ्य निदेशक का आदेश - रूपेश
भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला है स्वास्थ्य निदेशक का आदेश - मदन मुरारी शुक्ल
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य निदेशक प्रशासन शिव सहाय अवस्थी ने स्वास्थ्य विभाग के सभी विभाग अध्यक्षों को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य विभाग में 31 मार्च 2024 को 50 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके सभी लिपिक आशु लिपिक के कार्य क्षमता और आचरण का मूल्यांकन कर उन्हें अनिवार्य रूप से सेवानिवृत करने का आदेश दिया है। स्वास्थ्य निदेशक अवस्थी के इस आदेश से कर्मचारियों में बहुत नाराजगी है। इस आदेश के खिलाफ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की एक आवश्यक बैठक परिषद के कैंप कार्यालय तुर्कमानपुर बर्फ खाना पर संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव और संचालन महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने किया।
बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव ने कहा की स्वास्थ्य निदेशक के इस आदेश से लाल फीता शाही को बढ़ावा मिलेगा कर्मचारी अपना वास्तविक कार्य छोड़कर अधिकारियों की चमचागिरी में लग जाएगा जिस कार्य सरकार प्रभावित होगा और चमचागिरी नहीं करने वाले कर्मचारी को इस 50 साला रिटायरमेंट की आग में झोंक दिया जाएगा। उन्होंने कहा की स्वास्थ्य निदेशक तत्काल अपने इस आदेश को वापस ले तथा विभाग में रिक्त पड़े पदों पर नियमित भर्ती करें अन्यथा राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगा। श्री श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री जी से सभी सहमति बनी मांगों को भी पूरा करने का अनुरोध किया।
संचालन कर रहे महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने कहा की अपर निदेशक के इस आदेश को अधिकारी वसूली का जरिया बना सकते हैं इसलिए हम प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्रालय का कार्य देख रहे बृजेश पाठक से यह अनुरोध करते हैं कि वह स्वास्थ्य निदेशक के इस आदेश को तत्काल स्थगित कर कर्मचारियों के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य करें।
इस अवसर पर अशोक पांडेय, आर सैमसंग, राजेश सिंह, पंडित श्याम नारायण शुक्ल, राजेश कुमार मिश्रा, इजहार अली, जामवंत पटेल,अनूप कुमार, वरुण वर्मा बैरागी साहित्य तमाम कर्मचारी नेता उपस्थित रहे।
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