लखनऊ। राजधानी में 25 दिसंबर, को भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह, गोमती नगर में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व उप मुख्यमंत्री और वर्तमान राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने हिस्सा लिया। उन्होंने अटल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटल जी का जीवन भारत के लोकतंत्र और विकास के लिए एक आदर्श है।
लखनऊ पूर्व के विधायक ओपी. श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में अटल जी के राजनीतिक और साहित्यिक योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि अटल की कविताएं और उनके भाषण आज भी समाज को प्रेरित करते हैं। इस अवसर पर अटल के जीवन दर्शन एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा उनकी स्मृति में किए गये कार्य पर बुकलेट का विमोचन किया गया। उन्होंने कहा यह कार्यक्रम न केवल मनोरंजक था, बल्कि प्रेरणादायक भी। अटल जी का जीवन हमें सिखाता है कि सच्चाई और मेहनत के रास्ते पर चलते हुए किस तरह बड़ी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।
इस अवसर पर "एकल नाटक: मेरी यात्रा अटल यात्रा" का मंचन किया गया, जो दर्शकों के बीच खासा लोकप्रिय रहा। नाटक के माध्यम से अटल जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं, उनकी संघर्षशीलता और उनकी कविताओं को जीवंत किया गया। यह नाटक भारतोदय संस्था, लखनऊ के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया और इसका निर्देशन चंद्रभूषण सिंह ने किया। इसके अलावा, कवि सम्मेलन ने भी दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। पद्मश्री सुनील जोगी,अनामिका अम्बर,सर्वेश अस्थाना , मनवीर मधुर,अतुल वाजपेयी जैसे प्रतिष्ठित कवियों ने अपने काव्य पाठ से समां बांध दिया।
उनकी कविताओं ने अटल की भावनाओं और विचारधारा को और अधिक प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विशेष सचिव संस्कृति रवींद्र कुमार, अपर निदेशक संस्कृति निदेशालय दिलीप कुमार गुप्ता, लेखाधिकारी सुशील कुमार बच्चा, निदेशक अभिलेखागार अमित अग्निहोत्री, कमलेश पाठक इत्यादि अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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