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Wednesday, November 6, 2024

तनाव शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों में पहुॅचा सकता है नुकसान- सन्नो दूबे


बस्ती। तनाव सामान्य दबाव में होने की भावना है चाहे वह राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक कारण अथवा पारिवारिक चिंता के कारण हो शारीरिक और मानसिक दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। उक्त विचार दीदी चौरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित तनाव जागरूकता दिवस पर सन्नो दूबे योगाचार्य आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरपुर ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि तनाव कभी-कभी सकारात्मक भी हो सकता यह हमें ज्यादा सर्तक बनाता है और कुछ स्थितियों में बेहत्तर प्रदर्शन करने में हमारी मदद करता है। हालांकि तनाव सिर्फ तभी फायदेमंद पाया गया है जब वह थोड़े समय के लिए हो अत्यधिक या लंबे समय तक तनाव दिल की बीमारियों के साथ अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है । उन्होंने कहा कि जब आप तनावग्रस्त होते हैं तो आपके मन में कई तरह की भावनाएं आ सकती हैं, जिनमें चिंता, चिड़चिड़ापन या कम आत्मसम्मान शामिल है, जिसके कारण आप अंतर्मुखी, अनिर्णायक या रोने वाले हो सकते हैं।
आपको लगातार चिंता, विचारों की दौड़ या बार-बार अपने दिमाग में एक ही बात को दोहराते रहना पड़ सकता है। कुछ लोगों के व्यवहार में बदलाव आता है। वे आसानी से अपना आपा खो सकते हैं, तर्कहीन तरीके से काम कर सकते हैं या मौखिक या शारीरिक रूप से अधिक आक्रामक हो सकते हैं। 
भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष डॉ मनोज सिंह ने कहा कि अत्यधिक चिंता आपको इतना अस्वस्थ महसूस करा सकती है कि आपको चिंता होती है कि आपको कोई गंभीर शारीरिक बीमारी है।
तनाव के लक्षणों की पहचान करना
हर कोई तनाव का अनुभव करता है। हालाँकि, जब यह आपके जीवन, स्वास्थ्य और कल्याण को प्रभावित करता है, तो इसे जल्द से जल्द निपटाना महत्वपूर्ण है। हालाँकि तनाव हर किसी को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करता है, लेकिन कुछ सामान्य संकेत और लक्षण हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए लगातार चिंता या बेचौनी की भावना अभिभूत होने की भावनाएँ मुश्किल से ध्यान दे मूड में उतार-चढ़ाव या मनोदशा में परिवर्तन चिड़चिड़ापन या जल्दी गुस्सा आना आराम करने में कठिनाई अवसाद कम आत्म सम्मान सामान्य से अधिक या कम खाना सोने की आदतों में बदलाव आराम करने के लिए शराब, तंबाकू या अवैध दवाओं का उपयोग करना दर्द और पीड़ा, विशेष रूप से मांसपेशियों में तनाव दस्त मतली या चक्कर आने की भावना सेक्स इच्छा में कमी आदि  लक्षण पर ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि को दूधनाथ गुप्ता स्मृति पुरस्कार 2024 व अंग वस्त्र देखकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ अमित शर्मा ,वशिष्ठ गिरी, गोपाल वर्मा, लालकृष्ण उपाध्याय, गणेश चौरसिया ,दिवाकर सिंह सहित दर्जनों लोग थे।

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