बस्ती। बुधवार को भारत मुक्ति मोर्चा जिलाध्यक्ष आर.के. आरतियन और निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल ‘निषाद पार्टी’ संगठन के जिलाध्यक्ष संदीप कुमार निषाद के नेतृत्व में नेताओं और नागरिकों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। मांग किया कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बेलवाजोर निवासी सीतापति निषाद पत्नी राम बहोर निषाद का जमीनी मामले में उत्पीड़न बंद कराकर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने के साथ ही मुकदमा पंजीकृत कराकर उनके परिवार के जान माल की रक्षा कराया जाय।
डीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बेलवाजोर निवासी सीतापति निषाद पत्नी राम बहोर निषाद डीही आबादी में 75 वर्षो से आबाद है। रास्ते के विवाद में गत 3 जून को दिन में दुर्गा प्रसाद के परिवार के लोग कब्जा कर रहे थे, जिस पर उप जिलाधिकारी हर्रैया ने कप्तानगंज थानाध्यक्ष को अवैध कब्जा रोकवाने का आदेश दिया था। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बेलवाजोर निवासिनी सीतापति निषाद पत्नी राम बहोर निषाद ने मुख्यमंत्री के साथ ही सम्बंधित अधिकारियों को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाया है। भेजे पत्र में सीतापति ने कहा है कि गांव के ही दुर्गा प्रसाद, अभिजीत, अभिषेक, अनुराग ने जमीनी विवाद के कारण उसके पानी पीने का नल उखाड़ दिया और मारने पीटने के साथ उसे जान से मारने की धमकी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक आदि को भेजे पत्र में सीतापति निषाद ने कहा है कि वह एक डीही आबादी पुरानी सिकमी नम्बरान में बसी है जिस जमीन में उसका मकान, छप्पर, शौचालय, नल तथा जानवरों को खिलाने के लिए चरनी रखकर करीब 75 वर्षों से आबाद है। रास्ते के विवाद को लेकर गत 3 जून को दिन में 12 बजे दुर्गा प्रसाद के परिवार के लोग कब्जा रहे थे तब उसने उपजिलाधिकारी हरैया को 6 जून को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर उपजिलाधिकारी हरैया ने थानाध्यक्ष कप्तानगज को सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे को रोकने के लिए आदेश दिया था । थानाध्यक्ष द्वारा कब्जा करने से विपक्षी को रोका गया था। गत 15 अक्टूबर को सुबह 8 बजे दिन में दुर्गा प्रसाद अभिजीत, अभिषेक, अनुराग व उनके घर आये रिश्तेदार राका ओझा साकिन रजौली सभी लोगों मिलकर उसे लाठी-डण्डा, लात-मूका, थप्पड से मारा पीटा। इसकी शिकायत उसने मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों से किया जिससे दुर्गा प्रसाद आदि नाराज रहते हैं। गत 5 नवम्बर को वह गांव के पटीदार के नल से पानी ला रही थी इतने में दुर्गा प्रसाद आदि ने गाली गुप्ता देकर कहे कि तुम गांव के नल से पानी मत लाओ, उसके विरोध करने पर दुर्गा प्रसाद, अभिषेक, अभिजीत, अनुराग व राका ओझा आदि नेे उसे मारा पीटा और परिवार समेत जान से मार देने की धमकी दिया। सीतापति ने मामले की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई और अपने परिवार के जान माल के रक्षा की गुहार लगाया है किन्तु पुलिस कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रही है।
ज्ञापन सौंपने वालों में हृदय गौतम, ठाकुर प्रेमनन्दबंशी, रामू निषाद, रमेश चन्द्र निषाद, यमुना निषाद, कन्हैया निषाद, हरि प्रसाद साहनी, दीपू निषाद, ज्ञान प्रकाश, बब्लू राना, सन्तोष निषाद, मनोरमा निषाद, राम भवन निषाद, लालकेश निषाद, आकाश निषाद, कन्हैया, अरविन्द निषाद, बीरबल निषाद आदि शामिल रहे।
No comments:
Post a Comment