गोरखपुर। बाल दिवस के अवसर पर मानबेला स्थित मदरसा गौसिया जूनियर हाई स्कूल में बच्चों द्वारा अपने हाथों से निर्मित समानों की प्रदर्शनी लगाई गई। मदरसे के प्रबन्धक हाफिज मोहम्मद हदीस साहब के नेतृत्व में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ.सारीक नवाज़ साहब बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थें।
इस कार्यक्रम में अपना विचार रखते हुए मदरसे के प्रबन्धक हाफिज मोहम्मद हदीस साहब एवं युवा नेता आफताब अहमद ने कहा कि देश को अंग्रेजों से आजाद करने के लिए, स्वतन्त्रता आंदोलनों में मदरसों का बहुत योगदान रहा है। देश के पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन डॉक्टर ए पी जे कलाम साहब ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मदरसे से ही ली थी। इस कार्यक्रम का मकसद बच्चों के अपने भविष्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें सुरक्षित, खुशहाल और शिक्षा से भरपूर जीवन देने की दिशा में काम करना है।
इस खास मौके पर नेहरू जी को याद करतें हुए मुख्य अतिथि डॉ.सारीक नवाज़ साहब एवं इम्तियाज़ अहमद ने कहा कि आज का दिन बहुत खास है और बच्चों के लिए तो और भी खास हो जाता है। नेहरू जी को बच्चों से बहुत लगाव व प्यार था इसलिए उनके जन्मदिन को बालदिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा प्रमुख रूप से अपने हाथ से काबा शरीफ, भारत का नक्शा, इशारों, चंद्रयान, वाटर फिल्टर, ज्वाला मुखी, ग्लोब, सिलाई कढ़ाई, मकान, पार्क, कूलर, मिसाइल, और कंप्यूटर से संबंधित चीजें बनाई गई।
इस कार्यक्रम में डॉ.सारीक नवाज़ साहब, इम्तियाज़ अहमद, आफताब अहमद, मदरसे के प्रबन्धक हाफिज मोहम्मद हदीस साहब, मोहम्मद रफीक साहब, मौलाना शहाबुद्दीन, आफताब गाजी, मौलाना नुरुल्लाह साहब, मास्टर तौफीक अहमद, मास्टर इरशाद अहमद, अध्यापिका गण में आफरीदा खातून, हेमा फातिमा, नूर अफसा खातून, नाहिद हाशमी, शबाना खातून,अल्ताफ रजा, गौसुल आज़म, शमशुद्दीन, इसराइल, शाबीर, रफीक, अमीउल हक, शाहिद आदि लोग शामिल थें।
No comments:
Post a Comment