बस्ती। डिपो की पांच बसें नीलाम होने की प्रक्रिया पूरी करने गोरखपुर भेज दी गईं, जिससे बेड़े में बसों की संख्या घटकर 124 हो गई है। इससे यात्रियों को आने वाले समय में बसों की दुश्वारी झेलनी पड़ सकती है।
डिपो के बेड़े में निगम की 97 व अनुबंधित 32 समेत कुल 129 बसें थीं। जिनमें निगम की पांच बसें ऐसी थीं जो या तो 15 वर्ष की आयु सीमा पूरी कर चुकी थीं या फिर दस लाख किमी का सफर तय कर चुकी थीं। इन बसों के बारे में निगम मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी गई थी। जिसकी नीलामी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए निगम मुख्यालय ने क्षेत्रीय कार्यशाला गोरखपुर को निर्देशित किया तो निष्प्रयोज्य घोषित कर इन बसों को गोरखपुर भेज दिया गया ताकि नीलाम होने की प्रक्रिया पूरी की जा सके। डिपो के एआरएम आयुष भटनागर ने बताया कि पांच बसों को क्षेत्रीय कार्यशाला गोरखपुर को सरेंडर करवा दिया गया है।
डिपो के बेड़े में एकाएक पांच बसों की संख्या घट जाने से और तत्काल नई बसें न उपलब्ध होने से आने वाले समय में यात्रियों की दुश्वारी बढ़ जाएगी। वैसे तो रोडवेज प्रशासन इस समस्या को अनुबंधित बसों के सहारे दूर करने का दावा कर रहा है लेकिन फिर भी अगर ऐसा नहीं हुआ तो यात्रियों को प्राइवेट बसों व टैक्सियों का सहारा लेना पड़ सकता है। डिपो के एआरएम आयुष भटनागर ने बताया कि नीलामी के लिए भेजी गई बसें लोकल रूट पर सेवा दे रही थीं। जिसके लिए अनुबंधित बसों को लगाया जा रहा है।
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