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Wednesday, October 16, 2024

कर्मचारियों की कमी से वर्कशॉप बेहाल, नहीं दुरुस्त हो पा रहीं बसें

 - परेशानी झेलते हैं यात्री, समय से जाने के लिए तैयार नहीं हो पाती बस

- अफसरों के संज्ञान में समस्या फिर भी कार्रवाई नहीं


बस्ती। परिवहन निगम डिपो की कार्यशाला इन दिनों कर्मचारियों की कमी के कारण बेहाल हो चुकी है। इसकी वजह से बसें समय से रूट पर जाने के लिए तैयार नहीं हो पातीं। इससे यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती है। 
डिपो की स्थापना हुए तकरीबन 73 साल हो गए, लेकिन इन दिनों यहां की हालत दयनीय हो चुकी है। एक तरफ जहां कर्मचारियों की कमी है, वहीं कार्यशाला की हालत भी खराब है। पहले यहां बसों की संख्या कम थी और कर्मचारी अधिक थे। अब यहां निगम के बसों की संख्या 102 हो चुकी है, लेकिन कर्मचारी उस अनुपात में बहुत ही कम हैं। अनुबंधित बसों को उनके मालिक दुरुस्त रखते हैं लेकिन डिपो की कुल 102 बसों के रखरखाव में बाधा खड़ी हो गई है। यहां एक सीनियर फोरमैन, एक नाइट फोरमैन, एक इलेक्ट्रिक फोरमैन, एक बॉडी फोरमैन व एक अन्य आफिशियल जूनियर फोरमैन की तैनाती होती थी। घटते-घटते यह संख्या वर्ष 2016-17 में तीन तक पहुंच गई। उसके बाद एक-एक कर दो फोरमैन रिटायर होते चले गए। इन दिनों डिपो में सिर्फ दो ही फोरमैन चंदन लाल वर्मा सीनियर फोरमैन व श्रीकेश चौरसिया जूनियर फोरमैन के रूप में तैनात हैं। यहां सिर्फ सात नियमित कर्मचारी तैनात हैं जो टेक्निकल कर्मी के रूप में हैं। बाकी 28 आईटीआई प्रशिक्षु व 14 आउटसोर्सिंग कर्मचारी हैं जिन्हें एजेंसी ने नियुक्त किया है। 
इनके अलावा न तो बस की बॉडी दुरुस्त करने के लिए कोई फोरमैन है और न ही नाइट के लिए है और न ही ऑफिशियल व इलेक्ट्रिक फोरमैन की तैनाती है। जबकि 102 बसों के सापेक्ष 102 कर्मचारी होने चाहिए। बावजूद इसके यहां नियमित, आईटीआई व आउटसोर्सिंग कुल मिलाकर सिर्फ 49 कर्मी ही तैनात हैं। यही नहीं यहां 22 बसें बीएस फोर मानक की हैं, जिनकी विधिवत मरम्मत इन आईटीआई प्रशिक्षुओं व आउटसोर्सिंग कर्मियों से संभव नहीं हो पा रही है। लिहाजा वर्कशॉप का कामकाज प्रभावित हो गया है। बसें होने के बाद भी समय से उन्हें यात्रियों के लिए निकल पाना मुश्किल होता है।
उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है समस्या
कर्मचारियों की कमी से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। इसके लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है। जल्द ही निगम मुख्यालय से भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी तो वर्कशॉप में कर्मियों की तैनाती की जाएगी।
- चंदन लाल वर्मा, सीनियर फोरमैन, बस्ती डिपो।

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