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Friday, October 4, 2024

प्रोजेक्ट मैनेजर सहित जैक्शन कम्पनी के जिम्मेदारों पर हो कार्यवाही - चन्द्रमणि पाण्डेय


बस्ती। जैक्सन पर एक्शन हेतु सामाजिक कार्यकर्ता व भाजपा नेता चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामा ने मोर्चा खोलते हुए आज जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि जिस तरह भारत सरकार के जल जीवन मिशन योजना अन्तर्गत कार्यरत जैक्शन कम्पनी द्वारा सड़क किनारे मौत को दावत देने वाले गढ्ढे में गिरने से हुए मासूम के मौत की घटना में जिस तरह अपनी जिम्मेदारी लेते हुए कम्पनी ने पीड़ित को पांच लाख रूपये देकर अपने सुरक्षा मानक व गुणवत्ता विहीन कार्य पर पर्दा डालने हेतु दबाव बनाने का काम किया है कम्पनी को ब्लैक लिस्टेड करते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर सहित जिम्मेदारों पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित किया जाय श्री पाण्डेय ने बताया कि बीते 28 सितंबर को दिन में करीब 9 बजे विक्रमजोत विकास खण्ड के गोडसरा शुक्ल गांव में श्रेयांस उम्र 8 वर्ष  सड़क किनारे पानी की टंकी हेतु खोदे गए 10 फिट गड्ढे में गिर गया कारण मार्ग किनारे सुरक्षा की दृष्टि से कोई बेरिकेटिंग नहीं किया गया था। जिसकी सूचना पर परिजनों व ग्रामीणों ने उसे निकालकर आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विक्रमजोत पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत पाया क्योंकि मृतक श्रेयांस के पिता दिल्ली रहते थे ऐसे में मृतक के बाबा से एक कागज पर अंगूठा लगवाकर शव पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया किन्तु मासूम के मौत के जिम्मेदार जैक्शन कम्पनी व उसके अधिकारियों व ठेकेदार पर अभियोग दर्ज नहीं किया गया जबकि कम्पनी द्वारा न केवल क्षेत्र के कई गांवों में इस तरह का मौत को दावत देने वाला गढ्ढा खोदकर छोड़ा गया है अपितु गोडसरा शुक्ल में ही इसके पूर्व में पंचायत भवन के पास टंकी निर्माण हेतु खोदे गये गढ्ढे की पटाई आज तक नहीं कराया गया जबकि एक माह पूर्व उस गढ्ढे में भी एक बछड़ा गिर गया था जिससे स्पष्ट है कि ये लोग टंकी निर्माण व पाइपलाइन डालने हेतु गढ्ढा तो खोदते हैं किन्तु सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करते। ज्ञात हो कि उक्त के संदर्भ में परिजनों ने जब 29 सितम्बर को स्थानीय थाना छावनी एफआईआर हेतु प्रार्थना पत्र दिया जो कि वहां के आमद रजिस्टर पर भी दर्ज है तो कानूनी शिकंजे से बचने हेतु कम्पनी के प्रतिनिधि के तौर पर अजय सिंह नाम के जेई ने पीड़ित परिवार को पांच लाख रूपए का प्रलोभन देकर एफआईआर न दर्ज कराने के संदर्भ में एक लिखित समझौता किया जिसमें मासूम के मौत का कम्पनी ने न केवल जिम्मेदारी लिया अपितु मृतक श्रेयांस के पिता के खाते में 1 अक्टूबर को ऑनलाइन तय शर्त अनुसार पांच लाख रुपया दिया भी जिससे स्पष्ट है कि कम्पनी द्वारा कराया जा रहा काम मानक व सुरक्षा पैमाने के अनुरूप नहीं है जिससे जहां गांव गांव सड़कें बर्बाद हो रही है वहीं इनके गढ्ढे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। ठेकेदारों को कमीशन पर काम आवंटित कराने के बाद कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सहित उच्चाधिकारी गुणवत्ता व सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर भुगतान कर रहे हैं।

 ऐसे में मासूम के मौत के जिम्मेदार जैक्शन कम्पनी व उसके प्रोजेक्ट मैनेजर तथा अन्य अधिकारियों के साथ साथ ठेकेदार के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही के साथ साथ कम्पनी को ब्लैक लिस्टेड किया जाना नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक कार्यवाही नहीं हुई तो हम न्याय को पैसे से तौलने वाली कंपनी के विरुद्ध न्यायालय भी जायेंगे। इस मौके पर भाजपा नेता विमलेंद्र सिंह, राजेश सिंह, राजीव पाण्डेय के साथ-साथ विश्व हिन्दू महासभा के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह भी मौजूद रहे।

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