बस्ती। आर्य समाज नई बाजार बस्ती के 51वें वार्षिकोत्सव के तीसरे दिवस का कार्यक्रम आचार्य सुरेश जोशी के सानिध्य में वैदिक यज्ञ से हुआ जिसमें राजेश कुमार, विपिन जायसवाल, मनोज कुमार संत जी, गिरिजाशंकर द्विवेदी, शिवपूजन आर्य मुख्य यजमान रहे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि यज्ञ से पूरे विश्व का कल्याण होता है। नियमित यज्ञ का अनुष्ठान करने से व्यक्ति का आत्मिक विकास तो होता ही है साथ ही दया, करुणा और मैत्री के भावों की प्रबलता हो जाती है जिससे व्यक्ति अखण्ड और प्रचण्ड पुरुषार्थ में प्रेरित होता है जिससे वह धन ऐश्वर्यों का स्वामी हो जाता है। इस अवसर पर वैदिक प्रवक्ता स्वामी सच्चिदानंद सरस्वती ने ’धर्म और पाखंड में अंतर’ विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि लोगों ने वर्तमान समय में अपने और अपने मत मजहब के अनुसार ईश्वर बना रक्खा है, जो असत्य है। समाज में अत्याचार बढ़ रहा है। एक संप्रदाय दूसरे संप्रदाय को देखना नहीं चाहता। यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए विचार शक्ति की अत्यंत आवश्यकता होती है। ’विचार शक्ति ऐसी अग्नि है जिसके सामने तलवार, तोप, गोले आदि बौने हो जाते हैं।’ इसलिए हमें विचार शक्ति से अपने देश की रक्षा के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि धर्म जीवन पद्धति का नाम है। धर्म सच्चाई का नाम है, पाखंडी लोग समाज में धर्म के लिवास को पहनकर घूम रहे हैं। लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। धर्म का कोई स्थापक नहीं होता। कहा कि व्यक्ति द्वारा धर्म को नहीं चलाया जाता व्यक्ति द्वारा संप्रदाय, मत, पंथ को चलाया जाता है। सनातन धर्म जो सदा से है वही सत्य है उन्होंने कहा ईश्वर, जीव, प्रकृति अनादि है। ईश्वर का ज्ञान वेद है जो सदा रहा है और रहेगा। राष्ट्रीय भजनोपदेशिका रुक्मिणी जी ने ’ओम नाम बोल, जी चाहे जहां डोल’ भजन प्रस्तुत कर लोगों को ईश्वर का वास्तविक स्वरूप के बारे में बताया उन्होंने कहा कि गंगा में स्नान करने से पाप कभी नहीं धुलता बल्कि मन की मलिनता को ध्यान योग से दूर करके पापों में मन को जाने से रोका जा सकता है। पंडित योगेश दत्त आर्य ने सुंदर भजनों के माध्यम से लोगों को असत्य को छोड़ने और सत्य को ग्रहण करने की प्रेरणा दी। इस कार्यक्रम में टांडा आर्य समाज से पधारी बहनों ने आर्य विद्वानों और कार्यकर्ताओं का अंगवस्त्र देकर सम्मान किया। ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि कार्यक्रम का समापन राष्ट्ररक्षा सम्मेलन के साथ 8 अक्तूबर को रात्रि में होगा।
बस्ती। आर्य समाज नई बाजार बस्ती के 51वें वार्षिकोत्सव के तीसरे दिवस का कार्यक्रम आचार्य सुरेश जोशी के सानिध्य में वैदिक यज्ञ से हुआ जिसमें राजेश कुमार, विपिन जायसवाल, मनोज कुमार संत जी, गिरिजाशंकर द्विवेदी, शिवपूजन आर्य मुख्य यजमान रहे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि यज्ञ से पूरे विश्व का कल्याण होता है। नियमित यज्ञ का अनुष्ठान करने से व्यक्ति का आत्मिक विकास तो होता ही है साथ ही दया, करुणा और मैत्री के भावों की प्रबलता हो जाती है जिससे व्यक्ति अखण्ड और प्रचण्ड पुरुषार्थ में प्रेरित होता है जिससे वह धन ऐश्वर्यों का स्वामी हो जाता है। इस अवसर पर वैदिक प्रवक्ता स्वामी सच्चिदानंद सरस्वती ने ’धर्म और पाखंड में अंतर’ विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि लोगों ने वर्तमान समय में अपने और अपने मत मजहब के अनुसार ईश्वर बना रक्खा है, जो असत्य है। समाज में अत्याचार बढ़ रहा है। एक संप्रदाय दूसरे संप्रदाय को देखना नहीं चाहता। यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए विचार शक्ति की अत्यंत आवश्यकता होती है। ’विचार शक्ति ऐसी अग्नि है जिसके सामने तलवार, तोप, गोले आदि बौने हो जाते हैं।’ इसलिए हमें विचार शक्ति से अपने देश की रक्षा के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि धर्म जीवन पद्धति का नाम है। धर्म सच्चाई का नाम है, पाखंडी लोग समाज में धर्म के लिवास को पहनकर घूम रहे हैं। लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। धर्म का कोई स्थापक नहीं होता। कहा कि व्यक्ति द्वारा धर्म को नहीं चलाया जाता व्यक्ति द्वारा संप्रदाय, मत, पंथ को चलाया जाता है। सनातन धर्म जो सदा से है वही सत्य है उन्होंने कहा ईश्वर, जीव, प्रकृति अनादि है। ईश्वर का ज्ञान वेद है जो सदा रहा है और रहेगा। राष्ट्रीय भजनोपदेशिका रुक्मिणी जी ने ’ओम नाम बोल, जी चाहे जहां डोल’ भजन प्रस्तुत कर लोगों को ईश्वर का वास्तविक स्वरूप के बारे में बताया उन्होंने कहा कि गंगा में स्नान करने से पाप कभी नहीं धुलता बल्कि मन की मलिनता को ध्यान योग से दूर करके पापों में मन को जाने से रोका जा सकता है। पंडित योगेश दत्त आर्य ने सुंदर भजनों के माध्यम से लोगों को असत्य को छोड़ने और सत्य को ग्रहण करने की प्रेरणा दी। इस कार्यक्रम में टांडा आर्य समाज से पधारी बहनों ने आर्य विद्वानों और कार्यकर्ताओं का अंगवस्त्र देकर सम्मान किया। ओम प्रकाश आर्य प्रधान आर्य समाज नई बाजार बस्ती ने बताया कि कार्यक्रम का समापन राष्ट्ररक्षा सम्मेलन के साथ 8 अक्तूबर को रात्रि में होगा।
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