- एक बस पर डेढ़ चालक का है मानक, जबकि 134 बसों पर सिर्फ 163 से चलाया जा रहा कार्य
बस्ती। रोडवेज डिपो के पास पर्याप्त चालक नहीं है। बसों को रूट वार सड़कों पर दौड़ाने में कठिनाई आ रही है। कुल 129 बसों के सापेक्ष 198 चालकों की जरूरत है। वर्तमान में 163 चालक ही कार्यरत हैं। ऐसे में 37 चालकों की कमी डिपो को अखर रही है।
मानक के मुताबिक एक बस पर औसतन डेढ़ चालक की आवश्यकता होती है। तभी बसों का नियमित संचलन सुचारू रूप से संभव है। कारण यह है कि दिन रात सेवा देने वाले चालकों की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई जाती है, जिससे आधी संख्या बसों का संचालन करती है तो कुछ विश्राम कर लेते हैं। मानदेय कम होने के कारण संविदा चालक की नौकरी के प्रति रुचि लोगों में कम रहती है। नियुक्ति के बाद भी लोग दो-चार महीने की नौकरी के बाद डिपो से तौबा कर लेते हैं। लांग रूट की बसों का संचालन तो जैसे तैसे हो जा रहा है, लेकिन लोकल रूट की बसों को अमूमन एक चक्कर ही चलाया जा रहा है। कुछ चालक ऐसे भी हैं कि दिन भर की ड्यूटी पूरी करने के बाद शाम को बस लेकर बांसी, महुली, बढ़नी आदि रूटों पर जाने के बाद रात्रि विश्राम करते हैं। सुबह फिर वह लौट पाते हैं। चालकों की कमी की वजह से शाम 6 बजे के बाद डिपो से लोकल रूटों पर गाड़ियां नहीं मिल रही हैं। विवश होकर यात्रियों को प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
रोडवेज में रोजाना हो रही संविदा चालकों की भर्ती
डिपो के अधिकारियों व कर्मचारियों के अनुसार बस डिपो परिसर में हर कार्यदिवस में संविदा चालकों की भर्ती की जा रही है। इससे तकरीबन तीन दर्जन युवाओं को संविदा चालक के पद पर तैनात होने का मौका मिलेगा और वह अपने परिवार की जीविका चलाने में सक्षम हो जाएंगे।
बताया कि संविदा चालकों के लिए पांच फिट तीन इंच लंबाई होनी चाहिए और उम्र 23 वर्ष 6 माह से अधिक होनी जरूरी है। साथ ही दो साल पुराना हैवी ड्राइविंग लाइसेंस व योग्यता आठवीं पास रखी गई है। इन्हें प्रति किमी 1.89 रुपए की दर से भुगतान किया जाएगा और 22 दिन ड्यूटी करनी होगी। इसके अलावा इस दौरान पांच हजार किमी बस चालन करने पर तीन हजार रुपए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि, पीएफ, नाइट भत्ता व 5 लाख रुपए दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाएगा। बताया कि दो वर्ष तक नियमित ड्यूटी करने एवं मानक पूरा करने पर 17600 रुपए प्रतिमाह भुगतान किया जाएगा।
चयन के लिए बनाई गई है टीम
संविदा चालकों की भर्ती के लिए टीम का गठन किया है। जिसमें वरिष्ठ केंद्र प्रभारी सूबेदार सिंह के अलावा सीनियर फोरमैन चंदन लाल वर्मा, अभिनव श्रीवास्तव व अभिनव कुमार सिंह को शामिल किया गया है। यह टीम डिपो क्षेत्र में जगह-जगह शिविरों के माध्यम से भी चालकों की भर्ती कर रही है। जल्द ही चालकों की कमी दूर कर ली जाएगी और सभी बसों को मानक के अनुसार चालक मिल जाएंगे।
- आयुष भटनागर, एआरएम, बस्ती डिपो
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