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Friday, October 25, 2024

रसोइयों ने किया जिले पर प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन


बस्ती। छात्र संख्या कम होने के बहाने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को बंद कर छात्रों व अध्यापकों को अन्यत्र समायोजित किए जाने का मिड डे मील रसोइया कर्मचारी यूनियन विरोध करती है। रसोइयों का भी समायोजन किया जाना उचित होगा। इसके साथ ही पाल्य,नवीनीकरण की व्यवस्था समाप्त किए जाने, न्यूनतम 26000 रुपए प्रतिमाह वेतन नियमित तौर पर दिए जाने, चंद्रावती केस में उच्च न्यायालय के निर्णय को लागू किए जाने सहित अन्य मांग को लेकर सीटू से संबद्ध मिड डे मील रसोइया कर्मचारी यूनियन के मंडलीय कमेटी के आवाहन पर मंडल के बस्ती सहित तीनों जनपदों की तहसील पर धरना प्रदर्शन का प्रथम चरण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण के आंदोलन के क्रम में सिद्दार्थ नगर के पश्चात बस्ती में जिला मंत्री ध्रुवचंद के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय  पर धरना, प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री  को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।
संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष कामरेड के के तिवारी ने धरना रत रसोइयों को संबोधित करते हुए कहा कि रशोइयो के साथ शाशन प्रशासन द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, न्यूनतम वेतन सहित अन्य श्रमिक हित लाभ नहीं दिया जा रहा है। सरकार धीरे-धीरे प्राथमिक शिक्षा के अपने संवैधानिक दायित्व से पीछे हट रही है। चन्द्रा वती केश में माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय को लागू करने पर जोर देते हुए कहा कि दूसरे चरण में तीनो जनपद मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन पूर्ण होने के अगले चरण में मांगो को लेकर आयुक्त बस्ती मंडल के समक्ष रसोइया इकट्ठा हो कर आंदोलन करेंगे। आंदोलनो का यह क्रम 26 नवंबर को लखनऊ में एम डी एम निदेशक के कार्यालय पर प्रदर्शन प्रस्तावित है।
जिलामंत्री ध्रुव चंद ने कहा कि मानदेय दो हजार रूपया प्रति माह से बढ़ा कर 26000 रूपया प्रति माह किया जाना चाहिए। बिना नोटिस दिए अकारण रसोइयों को हटाया जाना स्वीकार्य नहीं है। 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को बन्द करने से बच्चों का भविष्य ख़राब होगा विद्यालय बन्द करने की नीति रद्द किया जाए।
धरने का समर्थन करते हुए नवनीत यादव ने रसोइयो को अनावश्यक रूप से 09 बजे से शाम 03 बजे तक विद्यालयों पर रोके जाने को गलत बताते हुए कहा कि कार्य पूरा हो जाने पर रसोइयों को जाने दिया जाय। 
एम डी एम नेता पंकज प्रसाद गौड़ ने रशोइयो को दुर्घटना होने पर रशोइया परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिए जानेऔर उसके साथ परिवार के सदस्य को नौकरी देने ,बीमा से आच्छादित करने की मांग किया।
सीटू नेता और एम डी एम यूनियन की जिला उपाध्यक्ष विशाला, रीना वर्मा, घनश्याम, प्रेम शीला आदि ने रशोइयो को न्यूनतम वेतन दिए जाने, साल में दो जोड़ी वर्दी दिये जाने  सहित मृतक आश्रित ,पेंशन व अन्य श्रमिक हित लाभ दिए जाने की मांग किया। धरने में राधिका, औतारी, सुनीता, कौशल्या, गायत्री, गीता देवी ,संगीता, मालती, सुनीता, मीरा, राम, रती, सीता, अकालमती, आरती, शान्ति, पूर्णीमा, अनिता, दुर्गा वती, अनार मती, आयसा खातुन, उर्मिला देवी, कलावती देवी, सरोज अयरुनिशा, कान्ति, परमेश्वर प्रसाद, खुशबन्निशा, रीता देवी, कुशलावती सहित दर्जनों मौजूद रहे। धरने की अध्यक्षता जिला मंत्री ध्रुव चंद, संचालन जगराम गौड़ ने किया।

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