प्रयागराज। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ को लेकर रविवार को सभी तेरह अखाड़ों के संतों के साथ मेला क्षेत्र में बैठक की.। संतों ने इस बैठक में सुविधाएं बढ़ाए जाने, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने, संत महात्माओं और श्रद्धालुओं को सम्मान दिए जाने, महाकुंभ में निकलने वाली पेशवाई और शाही स्नान का नाम बदले जाने और आस्था के मेले में गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक लगाई जाने जैसे मुद्दों को जोर-जोर से उठाया।
सीएम योगी ने सुविधा-सम्मान और सुरक्षा को लेकर संतों की हर मांग और सुझाव पूरी किए जाने की बात कही। वहीं दूसरी तरफ महाकुंभ में पेशवाई और शाही स्नान का नाम बदले जाने के प्रस्ताव को लेकर उन्होंने अखाड़ों के संतों से एक बार फिर विचार करने को कहा। उन्होंने यह भरोसा जरूर दिलाया कि संत जो भी उचित फैसला लेंगे, सरकार उन सभी पर अमल करेगी।
उन्होंने संतों से अपील की कि वह महाकुंभ को लेकर कतई कोई नकारात्मक बात ना करें.। आस्था के इस मेले का सकारात्मक संदेश पूरी दुनिया में जाना चाहिए। सीएम योगी से बातचीत के बाद संतों ने महाकुंभ में गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक की मांग पर फिलहाल चुप्पी साध ली है। उनका कहना है कि मेले में खुले और सच्चे मन के साथ कोई भी आ सकता है। यहां आकर कोई गलत काम करने वालों को कानून के मुताबिक सजा जरूर मिलनी चाहिए।
- बैठक में क्या कहा
सीएम योगी के साथ हुई बैठक को लेकर संत महात्मा पूरी तरह संतुष्ट नजर आए। उनका कहना था कि यह बैठक सिर्फ आधे घंटे होनी थी, लेकिन सीएम योगी उनके साथ करीब सवा दो घंटे तक रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारी की समीक्षा के लिए आए हुए थे।
उन्होंने आस्था के इस मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए संतों और तीर्थ पुरोहितों से भी सुझाव मांगे और साथ ही उनसे सहयोग करने की भी अपील की। अग्नि अखाड़े के महामंत्री स्वामी सौमित्रानंद गिरि जी महाराज के मुताबिक संतों ने भी उन्हें आशीर्वाद दिया और हर संभव सहायता करने की भी बात कही।
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