<!--Can't find substitution for tag [blog.voiceofbasti.page]--> - Voice of basti

Voice of basti

सच्ची और अच्छी खबरें

Breaking

वॉयस ऑफ बस्ती में आपका स्वागत है विज्ञापन देने के लिए सम्पर्क करें 9598462331

Thursday, September 12, 2024

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरू ब्रम्हलीन महंत अवेद्यनाथ को पुण्य तिथि पर किया नमन्

- लोकमंगल की भूमिका के लिये सदैव याद किये जायेंगे महंत अवेद्यनाथ - आसमा सिंह

बस्ती । विश्व हिन्दू महासंघ द्वारा गुरूवार को गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पूज्य गुरुदेव राष्ट्र संत ब्रम्हलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के पुण्यतिथि के निमित्त  जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह के  संयोजन में संगोष्ठी  एवं सहभोज का आयोजन प्रेस क्लब सभागार में किया गया।


मुख्य अतिथि के रूप में गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये राजमाता श्रीमती आसमा सिंह ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ  श्री रामजन्म भूमि के प्राण थे। सबको साथ लेकर चलने की उनमें विलक्षण प्रतिभा थी। उसी के परिणाम स्वरूप श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के साथ सभी संप्रदायों, दार्शनिक परम्पराओं के संत जुड़ते चले गए और लक्ष्य पूर्ण हुआ। गोरखनाथ मंदिर की वर्तमान भव्यता, शानदार वास्तुशिल्प महंत अवेद्यनाथ की ही देन है। उन्होने अस्पताल, स्कूलों की स्थापना कर लोकमंगल की भूमिका को नई दिशा दिया, उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
मुख्य वक्ता महासंघ के  प्रदेश मंत्री दिग्विजय सिंह राना ने कहा कि अपने समय में महंत अवेद्यनाथ नेे अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गोरक्षपीठ की शैक्षिक और सांस्कृतिक परंपरा को समृद्ध किया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और लोककल्याण को सर्वोपरि माना। उनका योगदान हम सबको सदैव प्रेरणा देगा। गोष्ठी को चंद्रशेखर कमलापुरी, कुलदीप मिश्रा , महंत गिरिजेश दास, अखिलेश मिश्रा आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि हिन्दू समाज की एकता, परस्पर समन्वय से प्रगति ही महंत अवेद्यनाथ को सच्ची श्रद्धांजलि है।
महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि ब्रह्मलीन महन्थ अवेद्यनाथ  जी ने हिन्दू धर्म की आध्यात्मिक साधना के साथ ‘सामाजिक हिन्दू’ साधना को भी आगे बढाया और सामाजिक जनजागरण को अधिक महत्वपूर्ण मानकर हिन्दू धर्म के सोशल इंजीनियरिग पर बल दिया । बहुसंख्यक समाज को जोड़ने के लिए सहभोजों के क्रम में महंत अवेद्यनाथ ने बनारस में संतों के साथ डोमराजा के घर सहभोज कर उदाहरण प्रस्तुत किया। 12 सितम्बर 2014 को महन्थ अवेद्यनाथ ब्रम्हलीन हो गये। उनके सपनों, संकल्पोें को पूरा करने का दायित्व हम सबका है।
गोष्ठी और सहभोज में मुख्य रूप से विजय शंकर शुक्ला, अमरजीत सिंह, राजकुमार, मंटू चौधरी, मुन्ना सिंह, बालकृष्ण सिंह, राकेश सिंह, विपिन सिंह, जय सिंह, डब्लूू सिंह, राणा जगत मोहन सिंह, बिक्कू, रूप नारायण गौड़, अंकित सिंह, राहुल श्रीवास्तव, मोहंती गुप्ता, किशन गुप्ता, अमरदीप श्रीवास्तव, अजय मिश्रा, विवेक सिंह, अभिजीत सिंह, राजेश सिंह, अतुल पांडेय, राजू दुबे, आशीष तिवारी, शिवम तिवारी, उदय पाण्डेय, बालकृष्ण सिंह, पूनम सिंह, अनुसूया पाण्डेय ,रोशनी यादव, चांदनी त्रिपाठी ,सरिता राज  सहित विश्व हिन्दू महासंघ के सैकड़ो पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे। 

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages