बस्ती। गौर विकास क्षेत्र के पीएमश्री प्राथमिक विद्यालय मुसहा में अगस्त क्रांति दिवस पर बच्चों ने काकोरी ट्रेन एक्शन का अभिनय किया। इससे पहले वाद्य यन्त्रों के साथ प्रभातफेरी निकाली गई जिसमे बच्चों के हाथों में देशभक्ति के नारे लिखी तख्तियां लोगों का ध्यान खींच रही थीं। प्रभातफेरी के उपरान्त बच्चों ने मानमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।प्रधानाचार्य रामसजन यादव ने कहा अगस्त क्रांति हमें अनेक सेनानियों के त्याग, समर्पण और शहादत की याद दिलाती है। अगस्त 1942 में गांधीजी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो तथा करो या मरो का नारा दिया था। उन्होने अंग्रेजी हृकूमत से साफ कहा था कि आजादी से कम हमे कुछ भी मंजूर नही है। अंततः उन्हे देश छोड़कर जाना पड़ा और आज हम आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं। इस आजादी को अक्षुण्य बनाये रखना हर एक भारतवासी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर दशरथ नाथ पांडेय, अखिलेश त्रिपाठी, जगदीश कुमार, विजय कुमार श्रीवास्तव, शंकराचार्य, फूलचंद यादव, विमला देवी, कुमकुम लता श्रीवस्तवा, रामजीत, रामबचन, भानू प्रसाद, दर्शना देवी, कुन्नू देवी सहित तमाम अभिभावक तथा क्षेत्रीय गणमान्य मौजूद रहे।
बस्ती। गौर विकास क्षेत्र के पीएमश्री प्राथमिक विद्यालय मुसहा में अगस्त क्रांति दिवस पर बच्चों ने काकोरी ट्रेन एक्शन का अभिनय किया। इससे पहले वाद्य यन्त्रों के साथ प्रभातफेरी निकाली गई जिसमे बच्चों के हाथों में देशभक्ति के नारे लिखी तख्तियां लोगों का ध्यान खींच रही थीं। प्रभातफेरी के उपरान्त बच्चों ने मानमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।प्रधानाचार्य रामसजन यादव ने कहा अगस्त क्रांति हमें अनेक सेनानियों के त्याग, समर्पण और शहादत की याद दिलाती है। अगस्त 1942 में गांधीजी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो तथा करो या मरो का नारा दिया था। उन्होने अंग्रेजी हृकूमत से साफ कहा था कि आजादी से कम हमे कुछ भी मंजूर नही है। अंततः उन्हे देश छोड़कर जाना पड़ा और आज हम आजादी की हवा में सांस ले रहे हैं। इस आजादी को अक्षुण्य बनाये रखना हर एक भारतवासी की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर दशरथ नाथ पांडेय, अखिलेश त्रिपाठी, जगदीश कुमार, विजय कुमार श्रीवास्तव, शंकराचार्य, फूलचंद यादव, विमला देवी, कुमकुम लता श्रीवस्तवा, रामजीत, रामबचन, भानू प्रसाद, दर्शना देवी, कुन्नू देवी सहित तमाम अभिभावक तथा क्षेत्रीय गणमान्य मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment