राखी का है पर्व महान ।
'वर्मा' प्रमुदित सकल जहान ।
कितना सुन्दर लगता गेह ।
भाई और बहन का नेह ।
मन को देता खुशी अपार ।
यह खुशियों का है त्यौहार ।
'वर्मा' यह है पावन पर्व ।
'राखी' पर है हमको गर्व ।
बहनें रक्षा सूत्र बाँधती।
अनुज हेतु हैं दुआ मांगती,
भाई देता है उपहार ।
बहन से करता बेहद प्यार ।
बहनें कहती है मन ही मन,
रहे खुशी से मेरा भाई ।
राखी के अवसर पर सबको,
'वर्मा' देता आज बधाई ।
डा० वी० के० वर्मा
आयुष चिकित्साधिकारी,
जिला चिकित्सालय-बस्ती
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