बस्ती। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशानुसार प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाचार्यों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं जैसे-पुरानी पेंशन, निःशुल्क चिकित्सा सुविधा, स्थानांतरण की नीति का सरलीकरण आदि प्रदेश स्तरीय समस्याओं के निस्तारण हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया। दिन में लगभग 4:00 बजे जनपद के विभिन्न विद्यालयों से आए प्रधानाचार्यगण, शिक्षक, शिक्षिका बहनें व कर्मचारीगण अपनी मोटरसाइकिल व स्कूटी के साथ डीआईओएस कार्यालय, बस्ती के प्रांगण में एकत्रित हुए। लगभग 4:30 बजे भारी संख्या में शिक्षक 'पुरानी पेंशन बहाल करो', 'जो पेंशन की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा', 'शिक्षक एकता ज़िंदाबाद' नारे लगाते हुए राजकीय इंटर कॉलेज, गांधीनगर, कंपनी बाग होते हुए शास्त्री चौक होकर होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचे। वहाँ भी शिक्षकों ने सरकार से अपनी माँगों को पूरा करने के लिए जमकर नारेबाजी की। इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा शिक्षकों से ज्ञापन लेने हेतु एसडीएम सदर को शिक्षकों ने माननीय मुख्यमंत्री जी, उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित 23 सूत्रीय माँग-पत्र प्रस्तुत किया। एसडीएम सदर ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि जल्दी ही यह माँग-पत्र शासन को भेज दिया जाएगा।
इससे पहले जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर भारी संख्या में शिक्षकों के एकत्र होने के पश्चात संगठन के कार्यकारी ज़िलाध्यक्ष डॉ.विकास भट्ट कामिल ने शिक्षकों को संबोधित किया और उन्हें चेताया कि यदि अभी संगठित नहीं हुए तो जिस प्रकार से यह सरकार शिक्षकों एवं कर्मचारियों की एक-एक उपलब्धियाँ छीनने पर अमादा है, वह दिन दूर नहीं, जब शिक्षकों की स्थिति समाज में सबसे दयनीय हो जाएगी क्योंकि संघर्षों से प्राप्त यह सारी उपलब्धियाँ संगठन की ही देन है। संगठन के जिला मंत्री गिरीश चंद्र चौबे ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण हेतु संघर्ष का यह दूसरा चरण है। इससे पहले 25 जुलाई 2024 को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर एक विशाल धरने का आयोजन किया गया था और जिला विद्यालय निरीक्षक, बस्ती के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी को एक 23 सूत्रीय माँग-पत्र भी प्रेषित किया गया था। मोटरसाइकिल रैली में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित शिक्षकों ने सरकार को आगाह किया कि 15 दिन बीत जाने के पश्चात भी सरकार ने हमारे माँग-पत्र पर कोई विचार नहीं किया। यह समाज के प्रणेता कहे जाने वाले शिक्षकों की घोर उपेक्षा है। यदि सरकार द्वारा द्वारा शिक्षकों की समस्याओं पर शीघ्रता से सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो शिक्षक इससे भी बड़ी संख्या में आंदोलित होने को मजबूर होंगे। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री बालकृष्ण ओझा ने याद दिलाया कि सदन में बैठे नेता मंत्री स्वयं तो दो-तीन दिन पेंशन ले रहे हैं लेकिन शिक्षकों एवं कर्मचारियों को इससे वंचित कर रखा है। इस तरह का दोगला व्यवहार सरकार बहुत दिनों तक नहीं कर पाएगी। आगामी लोकसभा चुनाव में शिक्षक एवं उनके परिवार उन्हें कड़ा सबक सिखाने के लिए तैयार हैं।
मोटरसाइकिल रैली में माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विकास भट्ट कामिल, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री बालकृष्ण ओझा, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री गिरीश चंद्र चौबे, अरुण कुमार सिंह, दिनेश कुमार तिवारी, सर्वेंद्र नारायण द्विवेदी, दुर्गेश यादव कोषाध्यक्ष उमाकांत शुक्ला, शिव प्रकाश सिंह, अनिल पाठक, राम प्यारे कनौजिया , आज्ञाराम यादव आदि शिक्षक मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment