बस्ती। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सर्वजन औषधि सेवन (एमडीए) कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0एस0 दूबे ने दीप प्रज्जवलित कर सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, रामबाग से किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान आज से प्रारम्भ होकर 2 सितम्बर तक संचालित रहेगा। अभियान के दौरान जनपद के लगभग 26 लाख 75 हजार से अधिक लोगों को यह दवा खिलायी जानी है जिसके लिए 2305 टीमें लगायी गयी हैं और 387 पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि फाइलेरिया, मच्छर के काटने से फैलने वाला एक संक्रामक रोग है जिसे सामान्यतः हाथी पांव के नाम से जाना जाता है। फाइलेरिया रोग से पीड़ित व्यक्ति को बुखार, हाथ-पैर में दर्द या सूजन तथा पुरूषों के जननांग या उसके आसपास दर्द या सूजन होता है। यह रोग संक्रमण से फैलता है। शासन द्वारा जनपद को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को फाइलेरिया रोधी दवा सेवन करायी जायेगी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला मलेरिया अधिकारी आई0ए0 अंसारी ने बताया कि अभियान से सम्बन्धित आवश्यक मात्रा में औषधि, लाजिस्टिक और प्रचार सामग्री सभी ब्लाकों, सीएचसी/पीएचसी पर उपलब्ध करा दिया गया है। डीईसी (फाइलेरिया) की गोली खाली पेट नहीं खाना और एलबेन्डाजोल की गोली चबाकर खाना है। स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर अपने सामने घर के प्रत्येक सदस्य को दवा खिलायेंगे। दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवर्ती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को यह दवा नहीं खाना है।
कार्यक्रम उद्घाटन को सफल बनाने में विशेष सहयोग विद्यालय की प्रधानाचार्या प्रियंका सिंह ने किया। उन्होंने अतिथियों का स्वागत, वंदन करते हुए कहा कि बच्चे भारत के भविष्य है। इनके माध्यम से फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का प्रचार एवं प्रभाव घर-घर में पहुंचेगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने फाइलेरिया की दवा खाने के लिए सभी को शपथ दिलाया।
इस अवसर पर एसीएमओ ए0के0 चौधरी, यूनीसेफ की नीलम यादव, रोटरी क्लब के अध्यक्ष/सचिव मुनीरूद्दीन अहमद, सहायक विद्यालय निरीक्षक, पूर्व प्रधानाचार्या जीजीआईसी श्रीमती नीलम सिंह, विभागीय अधिकारी, प्रतिनिधि डब्लू एचओ, यूनीसेफ, पाथ, पीसीआई सहित विद्यालय की शिक्षिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित रहे।
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