गोरखपुर। नेपाल में पहाड़ों पर हो रही वर्षा का असर यहां भी नजर आ रहा है। सरयू, राप्ती एवं रोहिन नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने लगी है। राप्ती नदी में पिछले 24 घंटे में 40 सेमी से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है।
रोहिन नदी में भी 20 सेमी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया है। नदियों के जलस्तर में यह वृद्धि अभी आगे भी जारी रहने की संभावना है।
बुधवार की सुबह आठ बजे राप्ती नदी का जलस्तर 72.13 मीटर दर्ज किया गया। रोहिन नदी 79 मीटर पर रही। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि सभी नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है।
जलस्तर में वृद्धि हो रही है लेकिन सभी नदियां अभी चेतावनी बिंदु से भी नीचे हैं। फिर भी सभी विभागों को एलर्ट किया गया है। तटबंधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। बाढ़ बचाव की तैयारी भी तेजी से चल रही है।
बता दें कि गोरखपुर में पिछले दो-तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही वर्षा ने बुधवार को भारी वर्षा का रूप ले लिया। इसके चलते जहां तापमान में गिरावट दर्ज की गई, वहीं लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग के मानक पर मंगलवार शाम से बुधवार शाम तक 109 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई।
सुबह से ही आसमान में काले घने बादलों ने डेरा जमा रखा था। सुबह से दोपहर तक कभी हल्की तो कभी तेज वर्षा हुई। शाम को कुछ देर के रुकी। वर्षा के कारण अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की कमी दर्ज की गई।
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार वर्षा को लेकर वायुमंडलीय परिस्थितियां बनी हुई हैं। ऐसे में अगले तीन दिनों तक कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम तो कुछ जगह मध्यम से भारी वर्षा के आसार हैं। गोरखपुर में बुधवार को अधिकतम तापमान 27.9 तो न्यूनतम 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता 98 प्रतिशत रिकार्ड हुई।
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 30 से 32 तथा न्यूनतम 25 से 27 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
- संवेदनशील तटबंधों पर रखें विशेष निगरानी : मंडलायुक्त
मंडलायुक्त अनिल ढींगरा ने कहा कि संवेदनशील तटबंधों की विशेष निगरानी की जाए। वहां बाढ़ से बचाव की पूरी तैयारी रहे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ से बचाव के लिए सभी तैयारी समय से पूरी कर ली जाए। महराजगंज के महाव नाले में जल निकासी ठीक की जाए।
इससे कहीं भी जल प्लावन की स्थिति न आने पाए। बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मंडल में बाढ़ से बचाव के सभी कार्य लगभग पूर्ण किए जा चुके हैं या सुरक्षित स्तर तक किए जा चुके हैं। मंडलायुक्त ने कहा कि बाढ़ के समय नावों, लाइफ जैकेट, पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था, क्लोरीन की गोलियां आदि उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
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