बस्ती। छत्तीसगढ़ में रायपुर और महासमुन्द की सीमा पर 07 जून को हुई मॉब लिंचिंग के विरोध में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के लोगों ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मामले में ठोस कदम उठाये जाने की मांग किया है। जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन अशफाक आलम कुरैशी के आवाह्न पर कलेक्ट्रट पहुचे पदाधिकारियों ने प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि 07 जून को छत्तीसगढ़ में रायपुर और महासमुन्द की सीमा पर 07 जून को हुई मॉब लिंचिंग की घटना देश की संवैधानिक व्यवस्था पर कलंक है। भीड़ ने योजनाबद्ध तरीके से रायपुर से मवेशी लेकर आ रहे सहारनपुर निवासी सद्दाम कुरैशी (23), गुड्डू खान (35) और चांद मियां खान (23) पर हमला कर उन्हे बुरी तरह मारापीटा था। दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी, मामले के एकमात्र गवाह सद्दाम ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों में अभी कुछ ही की गिरफ्तारी हो पाई है, जिसमे भाजयुमो के पदाधिकारी भी हैं। बाकी आरोपियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है और वे आजाद घूम रहे हैं। ज्ञापन में मांग की गई है कि वारदात में शामिल सभी आरोपी गिरफ्तार किये जायें, दर्ज मुकदमे में धारा 302 जोड़े जाने, रायपुर के एसपी, डीएम को तत्काल हटाये जाने तथा मरने वाले व्यक्तियों के परिवारों को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपते समय कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव डा. वाहिद सिद्धीक, मो. अशरफ अली, अलीम अख्तर तथा अशोक श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
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