बस्ती । मुण्डेरवा थाना क्षेत्र के सिरौता गांव में घर को जबरिया कब्जा कर लेने का मामला सामने आया है। गांव के गोपाल पुत्र सुक्खू ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया है। पत्र में गोपाल ने कहा है कि उसने अपनी पत्नी सावित्री देवी के नाम से सिरौता गांव में चन्दन कुमार पुत्र झिनकू से घर बैनामा कराया था और घर में रह रहे थे। गांव के निकट बांसगांव के अम्बिका प्रसाद पुत्र जगन्नाथ, धर्मराज, अजय, पंकज पुत्रगण अम्बिका प्रसाद चौरसिया उनकी दो बेटी व बहू, भांजा आदि लगभग 5, 6 बाहरी अज्ञात व्यक्तियों के साथ गत 6 जून को जबरिया बैनामा शुदा मकान में घर का ताला तोड़कर घुस गये । उनकी पत्नी ने 112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दिया, पुलिस आयी और थाने पर उल्टे उन्ही लोगों को ले गयी। इस दौरान अम्बिका आदि लोग घरा में रखा चावल, गेहूं, सरसो, लहसुन आदि सामान उठाकर ले गये। थाने पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई और शाम तक उन्हें मुण्डेरवा थाने पर रोके रखा गया। पुलिस जबरिया सुलह के लिये दबाव बनाती रही।गोपाल ने पुलिस अधीक्षक से मांग किया है कि उनके घर में जबरिया घुस आये लोगों को बाहर निकाला जाय और दोषियोें के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाय।
बस्ती । मुण्डेरवा थाना क्षेत्र के सिरौता गांव में घर को जबरिया कब्जा कर लेने का मामला सामने आया है। गांव के गोपाल पुत्र सुक्खू ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया है। पत्र में गोपाल ने कहा है कि उसने अपनी पत्नी सावित्री देवी के नाम से सिरौता गांव में चन्दन कुमार पुत्र झिनकू से घर बैनामा कराया था और घर में रह रहे थे। गांव के निकट बांसगांव के अम्बिका प्रसाद पुत्र जगन्नाथ, धर्मराज, अजय, पंकज पुत्रगण अम्बिका प्रसाद चौरसिया उनकी दो बेटी व बहू, भांजा आदि लगभग 5, 6 बाहरी अज्ञात व्यक्तियों के साथ गत 6 जून को जबरिया बैनामा शुदा मकान में घर का ताला तोड़कर घुस गये । उनकी पत्नी ने 112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दिया, पुलिस आयी और थाने पर उल्टे उन्ही लोगों को ले गयी। इस दौरान अम्बिका आदि लोग घरा में रखा चावल, गेहूं, सरसो, लहसुन आदि सामान उठाकर ले गये। थाने पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई और शाम तक उन्हें मुण्डेरवा थाने पर रोके रखा गया। पुलिस जबरिया सुलह के लिये दबाव बनाती रही।गोपाल ने पुलिस अधीक्षक से मांग किया है कि उनके घर में जबरिया घुस आये लोगों को बाहर निकाला जाय और दोषियोें के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाय।
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