गोरखपुर। सरस्वती शिशु मन्दिर पक्कीबाग गोरखपुर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सत्येंद्र पाण्डेय योगाचार्य सुरजकुंड गोरखपुर योग व प्राणायाम के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया जहां शरीर, मन और आत्मा संयुक्त होते हैं। योग मूलतः अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित एक आध्यात्मिक अनुशासन है, जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य लाने पर केंद्रित है। यह स्वस्थ जीवन जीने की एक कला और विज्ञान है। शारीरिक लाभों के अलावा, योग व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य व संतुलन को ठीक रखता है। योग किसी भी व्यक्ति को तनाव से निकलने में मदद करता है, जो शरीर और दिमाग पर विनाशकारी प्रभाव डालते हैं।
प्राचीन काल से लोगों में लाभ पहुंचाने वाला योग मौजूदा समय में लुप्त होने लगा था। परन्तु भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जिनके प्रयास से आज सम्पूर्ण विश्व ने योग को मान्यता दी और आज सम्पूर्ण विश्व योग दिवस मना रहा है।
अतिथि परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ राजेश सिंह ने कराया। इस अवसर पर विद्यालय के शारीरिक प्रमुख दीपेन्द्र सिंह, सुश्री शैल यादव व विद्यालय के योगाचार्य विजय श्रीवास्तव के कुशल मार्गदर्शन में योग दिवस कार्यक्रम शकुशल सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर मातृ भारती सहित समस्त आचार्य- आचार्या, छात्र उपस्थित रहे और उन्होंने पूर्ण मनोयोग से योग प्राणायाम किया।
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