- गहरे गड्ढों में समा गया है हड़िया फ्लाईओवर का सर्विस रोड
- शहर के हड़िया चौराहे के पास सर्विस रोड पर बने खतरनाक गड्ढे
- टोल व बेहतर सड़क के नाम पर ठगे जा रहे राहगीर, सुविधाएं रत्ती भर नहीं
बस्ती। अयोध्या-गोरखपुर फोरलेन जहां जगह-जगह क्षतिग्रस्त होकर राहगीरों के लिए जानलेवा बन चुका है, वहीं इस पर बने सर्विस रोड भी बिखर कर हादसोें का कारण बने हुए हैं। सबसे बुरी स्थिति हंड़िया फ्लाई ओवर की हो चुकी है। जहां से सटे मंडी समिति व राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज से रवाना होने वाले मतदान कर्मी समेत जोनल-सेक्टर मजिस्ट्रेट व अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी दुश्वारी झेलेंगे। बावजूद इसके एनएचएआई बेहतर सड़क व सर्विस रोड की सुविधा नहीं उपलब्ध करा पा रही है।
वैसे तो जिले के सभी फ्लाईओवर व ओवरब्रिज के पास बने सर्विस रोड की हालत खराब हो चुकी है लेकिन सबसे बुरी स्थिति बस्ती से गोरखपुर के तरफ जाने वाले हड़िया चौराहे व फ्लाई ओवर के सर्विस रोड की हो चुकी है। जिले के प्रमुख व्यापारिक केंद्र पुरानी बस्ती व संत कबीर नगर के मेहदावल को जाने वाले इस सर्विस रोड पर जगह-जगह खतरनाक गड्ढे बन चुके हैं। यह इतने गहरे व बड़े हैं कि इन्हें पार करने में भारी वाहनों को भी दूसरे लेन से होकर गुजरना पड़ता है। जबकि इसी रास्ते से होकर अयोध्या, गोंडा, लखनऊ, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर व गोरखपुर से छोटे व भारी वाहनों का आवागमन होता है। यही हाल यहां से फ्लाईओवर पार कर मंडी परिषद जाने वाले सर्विस रोड की भी हो चुकी है। इस फ्लाईओवर को पार कर जहां इन दिनों मतदान कर्मी राजकीय पॉलिटेक्निक व मंडी समिति पहुंच रहे हैं, वहीं बस्ती-मेहदावल-करमैनी व तमकुहीराज यानी कि बीएमसीटी मार्ग से राहगीर भी आवागमन कर रहे हैं। यहां से दिन-रात आवागमन होता रहता है। लिहाजा आए दिन इन गड्ढो में फंसकर वाहन हादसे का शिकार होते रहते हैं। यही नहीं एनएचएआई के जिम्मेदारों ने इन गड्ढों से बचाव के लिए कोई संकेतक भी नहीं लगाया है।
- रोजाना जिले में दोनों टोल प्लाजा से होती है 50 लाख की वसूली
जिले में चौकड़ी व मड़वानगर समेत दो टोल प्लाजा स्थापित हैं। इन दोनों टोल प्लाजा से रोजाना तकरीबन 35 हजार छोटे व भारी वाहन गुजरते हैं। इनसे प्रतिदिन लगभग 50 लाख रुपए बतौर टैक्स वसूली की जाती है। इन दोनों टोल प्लाजा के बीच की दूरी भी महज 29 किमी है, जो एनएचएआई के मानकों के विपरीत है। बावजूद इसके इस फोरलेन पर जानलेवा गड्ढों का होना एनएचएआई के जिम्मेदारों की उदासीनता साबित करती है।
- कंपनी बदलने से मरम्मत में देरी
एनएचएआई के पीडी ललित प्रताप पाल ने बताया कि मरम्मत के लिए जिम्मेदार कंपनी को बदल दिया गया था। जिसने कुछ जगहों पर सर्विस रोड व सड़क को दुरुस्त किया है। जल्द ही हड़िया फ्लाईओवर के सर्विस रोड को भी दुरुस्त किया जाएगा।
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