- पौधरोपण अभियान 2024
- डीएफओ कार्यालय से होगी वृहद पौधरोपण अभियान की निगरानी
- 37.58 लाख पौधे रोप कर जिले में लाई जाएगी हरियाली
- इस बार भी वन समेत 27 विभाग रोपेंगे पौधे
बस्ती। इस बार जुलाई में शरू होने वाले पौधरोपण अभियान के लिए अभी से डीएफओ कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित हो गया है। जिसमें तैनात कर्मचारी व अधिकारी पौधरोपण अभियान की मिनट टू मिनट निगरानी करेंगे और रिपोर्ट शासन स्तर पर बने कंट्रोल रूम को देंगे।
कंट्रोल रूम में इनकी हुई तैनाती
डीएफओ जेपी सिंह ने अपने कार्यालय में पौधरोपण के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करवाया है। जहां सभी विभागों की रिपोर्ट संकलित की जाएगी। बताया कि विभाग की प्रधान सहायक आशा देवी को कंट्रोल रूम प्रभारी बनाया गया है साथ ही इन्हें ग्राम्य विकास, उद्योग, नगर विकास व आवास विकास विभाग के पौधरोपण की निगरानी का जिम्मा भी सौंपा गया है। इनके अलावा कार्यालय सहायक जगनारायण त्रिपाठी को कंट्रोल रूम के अलावा कृषि, पशुपालन व सहकारिता विभाग की रिपोर्ट संकलित करने की जिम्मेदारी सौेंपी गई है।
बताया कि कंट्रोल रूम में तैनात कार्यालय सहायक संध्या पांडेय को विद्युत व जलशक्ति विभाग, कनिष्ठ सहायक आनंद सुभान श्रीवास्तव को प्राविधिक, बेसिक, उच्च व माध्यमिक शिक्षा, वन दरोगा शिवकुमार को पीडब्ल्यूडी, रेशम व पर्यावरण विभाग, वन दरोगा प्रियंका सिंह को श्रम, स्वास्थ्य व परिवहन विभाग, क्लर्क व कंप्यूटर ऑपरेटर निखिल गुप्ता को उद्यान व पुलिस विभाग के पौधरोपण की सूचना संकलित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीएफओ ने बताया कि कंट्रोल रूम के सभी कर्मचारी प्रत्येक दिन की सूचना प्राप्त कर कंट्रोल रूम प्रभारी संध्या पांडेय को उपलब्ध कराएंगे। उसके बाद कंट्रोल रूम प्रभारी संध्या पांडेय कंप्यूटर ऑपरेटर निखिल गुप्ता के जरिए पीएमएस पर पूरी रिपोर्ट अपलोड करवाएंगी और सूचनाओं का संकलन कर निर्धारित प्रपत्र में मुझे उपलब्ध कराएंगी।
एक जुलाई से शुरू होगा पौधरोपण अभियान
हर साल 1 जुलाई से पौधरोपण अभियान चालू किया जाता है। यह अभियान 15 अगस्त को अपना अंतिम चरण पूरा करता है। शासन स्तर से इस बार जिले को 37 लाख 58 हजार 420 पौधे रोपने लक्ष्य दिया गया है। फिर भी वन विभाग 73 हजार अधिक पौधों की उगान करवा रहा है। इसमें 12 लाख पौधे वन विभाग को रोपने की तैयारी है और बाकी 26 लाख पौधे अन्य 26 विभाग रोपने को लक्ष्य मान रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगर लक्ष्य बढ़ाया जाता है तो आगे की तैयारी की जाएगी। वन विभाग ने गड्ढों की खुदाई शुरू कर दिया है और रेंजवार उनकी निगरानी भी शुरू कर दिया है। इसके लिए सदर, कप्तानगंज, हर्रैया व रामनगर वन रेंज के रेंजरों को लगाया गया है।
इन विभागों की रहेगी सहभागिता
पौधरोपण अभियान के तहत वन विभाग के अलावा पर्यावरण विभाग, औद्योगिक विकास विभाग, नगर विकास, पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति, रेशम विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन, सहकारिता, उर्जा, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, पॉलिटेक्निक, श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आरटीओ, रोडवेज, रेलवे, रक्षा, उद्यान, गृह विभाग व बस्ती विकास प्राधिकरण भी हिस्सा लेगा।
पौधरोपण के लिए की जा रही तैयारी
डीएफओ जेपी सिंह ने बताया कि 2024 में पौधरोपण अभियान के लिए तैयारियां की जा रही हैं। इसके तहत विभाग की 28 नर्सरियों में पौधों की उगान की जा रही है और गड्ढों की खुदाई की जा रही है।
सात साल से जिले में बढ़ा है वन क्षेत्र
पर्यावरण संरक्षण के लिए तो शुरू से ही लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन पिछले सात साल से पौधरोपण पर प्रदेश सरकार ने विशेष अभियान चला रखा है। नतीजतन दशमलव में ही सही वन क्षेत्र में भी लगातार इजाफा हुआ है।
यह है पिछले वर्षों में वन क्षेत्र की वृद्धि
2017- 1976.61 हेक्टेयर
2018- 1976.93 हेक्टेयर
2019- 1977.05 हेक्टेयर
2020- 1977.93 हेक्टेयर
2021- 1978.09 हेक्टेयर
2022- 1979.77 हेक्टेयर
2023- 1980.19 हेक्टेयर
इन विभागों को इतना करना है पौधरोपण
हर वर्ष की तरह इस बार भी वन व पर्यावरण समेत 27 विभागों को पौधरोपण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीएफओ जेपी सिंह के अनुसार दोनों चरणों में संपूर्ण लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा।
- वन एवं वन्य जीव विभाग 12,000,00
- पर्यावरण विभाग 1,41,000
- ग्राम्य विकास विभाग 1,55,000
- राजस्व विभाग 1,25,000
- पंचायती राज विभाग 1,52,000
- रक्षा विभाग 3,000
- रेलवे 10,000
- आवास विकास 3,000
- उद्योग 6,000
- औद्योगिक विकास 6,000
- नगर विकास 17,000
- लोक निर्माण 8000
- जलशक्ति 9000
- रेशम 22000
- कृषि 293000
- पशुपालन 6000
- सहकारिता 6720
- उर्जा4340
- माध्यमिक शिक्षा 9000
- बेसिक शिक्षा 15000
- उच्च शिक्षा 14000
- प्राविधिक शिक्षा 4000
- श्रम विभाग 1200
- स्वास्थ्य विभाग 8000
- परिवहन विभाग 1100
- उद्यान 185000
- गृह विभाग 4060
हर तरह के पौधों की होगी रोपाई
डीएफओ जेपी सिंह ने बताया कि पौधरोपण अभियान में छायादार व फलदार के अलावा इमारती और औषधीय पौधों की रोपाई की जाएगी। इनमें पीपल, पाकड़, जामुन, गूलर, अर्जुन, शीसम, सागौन, कटहल, आम, अमरूद व गुलमोहर आदि के पौधे शामिल हैं। बताया कि इन पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी रेंजवार रेंजरों को सौंपी जाएगी।
No comments:
Post a Comment