- अभी तक डॉक्टर की तैनाती नहीं कर सका परिवहन विभाग, फर्जी मेडिकल के जरिए हो रहा डीएल का नवीनीकरण
बस्ती। आरटीओ ऑफिस में डीएल के नवीनीकरण के लिए आज तक किसी चिकित्सक को अधिकृत नहीं किया गया है। जिसकी आड़ में दलाल फर्जी मेडिकल बनवाकर रिन्यूवल करवा रहे हैं और धन की उगाही कर रहे हैं। वहीं बिना पैसा दिए अगर किसी ने डीएल करवाने की उम्मीद की तो फिर उसका डीएल नया नहीं हो पा रहा है।
वैसे तो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ दफ्तर में दलालों का बहुत बड़ा नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय है, जिसमें अधिकारी से लेकर बाबू तक लिप्त है। लेकिन जब 50 साल की उम्र पूरा करने के बाद कोई डीएल का नवीनीकरण करवाता है तो उसके साथ खुले आम खेल होता है। मेडिकल के बहाने उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाता है। जबकि बाहर ऐसे किसी चिकित्सक को आज तक विभाग ने नहीं अधिकृत किया है, जिसका स्वास्थ्यता प्रमाणपत्र डीएल के नवीनीकरण में लगाया जा सके। मजबूर होकर आवेदक आफिस के बाबू से संपर्क करता है तो उसे दलाल से संपर्क साधने की बात कही जाती है। यह दलाल बाबू की मिलीभगत से फर्जी मेडकल लगाकर अपलोड कर देते हैं और इसकी एवज में भारी-भरकम रकम की वसूली भी की जाती है।
केस नंबर एक
दुबौलिया से डीएल का नवीनीकरण आए महबूब खान ने बताया कि मेरे डीएल की वैधता समाप्त हो गई थी और उम्र भी पिछले महीने 50 से ऊपर हो चुकी है। आईटीआई परिसर स्थित कार्यालय में गया तो एक मैडम के पास भेजा गया। उन्होंने कहा कि मेडिकल लगवाओ तब अप्लाई करो। कई चिकित्सक के पास गया लेकिन कोई नहीं तैयार हुआ। जब वापस गया तो मैडम के इशारे पर एक व्यक्ति ने बाहर बुलाकर धन की मांग किया और बताया कि तुरंत आपका डीएल बन जाएगा। मैने इंकार कर दिया लेकिन आज तक मेरे डीएल का नवीनीकरण नहीं हुआ।
केस नंबर दो
नगर बाजार के प्रदीप ने बताया कि उनका डीएल तीन महीने पहले ही समाप्त हो गया है। मैं तब से दौड़ रहा हूं लेकिन मेडिकल के नाम पर मेरा रिन्यूवल नहीं हो पा रहा है। आईटीआई परिसर स्थित ऑफिस में गया तो वहां कुर्सी पर बैठी एक महिला बाबू ने एक व्यक्ति से आवेदन फार्म भरवाने की बात कही। बाहर की दुकानों पर ले जाकर उस व्यक्ति ने दो हजार रुपए की मांग किया। मेरे पास पैसा नहीं था। बताकर मैं खाली हाथ वापस लौट आया। तब से कई बार मैं आफिस का चक्कर लगा रहा हूं लेकिन अभी तक डीएल का नवीनीकरण नहीं हो पा रहा है।
अधिकृत होगा चिकित्सक, होगी कार्रवाई
डीएल के नवीनीकरण के लिए चिकित्सक को अधिकृत किया जाएगा और मेडिकल की सुविधा दिलवाई जाएगी। शिकायतों के लिए जिम्मेदार बाबू व अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी - फरीदुद्दीन, आरटीओ प्रशासन, बस्ती संभाग
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