- ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंचे समाजसेवी तो देखा 100 शैय्या चिकित्सालय हर्रैया में चिकित्सक सहित सीएमएस रहे नदारद
बस्ती। आम जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के बड़े बड़े दावे भले किये जायें किन्तु धरातल पर शून्य है हर्रैया में 100 शैय्या चिकित्सालय निर्माणाधीन रहा बार बार आवाज उठाने के बाद आनन-फानन में निर्माण पूर्ण कर चिकित्सकों की तैनाती भी हुई तो चिकित्सक यहां आते ही नहीं जिससे गांव से आने वाली जनता को बिना ईलाज वापस लौटना पड़ता है। ग्रामीणों की शिकायत पर आज अचानक वहां पहुंचे समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामा ने पाया कि 10 बजे तक न तो चिकित्सक मौजूद हैं न ही सीएमएस यहां तक कि सीएमएस के कमरे में ताला लगा मिला नाम न बताने के शर्त पर कुछ कर्मचारियों ने बताया कि सीएमएस सप्ताह में एक दिन ही रहते हैं समाजसेवी ने मामले की जानकारी सीएमओ बस्ती को देना चाहा तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। जिलाधिकारी के स्टेनों ने शिकायत दर्ज करने का आश्वासन दिया उपजिलाधिकारी हर्रैया ने तत्काल निरीक्षण करने की जगह जांच कराने की बात कही समाजसेवी ने मामले से निदेशक प्रशासन स्वास्थ्य को मामले से अवगत कराते हैं कहा कि यदि एक सप्ताह में उचित कार्यवाही कर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हुआ तो जनहित में बेमियादी धरने पर बैठने को बाध्य होना पड़ेगा। निदेशक स्वास्थ्य ने समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
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