- फसल तैयार न होने से अभी तक केंद्रों पर नहीं पहुंच पा रहा गेहूं
- जिले के 90 केंद्रों पर खरीद की तैयारी, अभी तक नहीं पहुंचे किसान
- किसी भी केंद्र पर मिली लापरवाही तो नपेंगे जिम्मेदार- आरएफसी
बस्ती। गेहूं की खरीद के लिए सभी केंद्र प्रभारी व संबंधित अधिकारी अपने-अपने केंद्रों पर समुचित व्यवस्था बना लें। अगर किसी भी केंद्र पर लापरवाही मिली तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह बातें बस्ती मंडल के संभागीय खाद्य नियंत्रक यानी कि आरएफसी दुर्गेश प्रसाद ने कही। वह कार्यालय परिसर में जुटे मंडल के अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। कहा कि अधिक से अधिक किसानों का पंजीयन करावें और चौपाल लगाकर गांवों में रजिस्ट्रेशन के लिए किसानों को जागरूक करें। साथ ही हिदायत दिया कि केंद्रों पर सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं ताकि किसानों को गेहूं बेचने में किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करनी पड़े। इस मौके पर बस्ती के डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह, सिद्धार्थनगर के जिला खाद्य विपणन अधिकारी गोरखनाथ तिवारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी सुभाष सिंह, संजय प्रताप जायसवाल, दुर्गेश श्रीवास्तव व कमरुद्दीन समेत मंडल के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
फसल न तैयार होने से नहीं शुरू हो सकी खरीद
गेहूं की खरीद शुरू हुए माह भर बीतने वाले हैं लेकिन अभी तक मंडल के एक भी खरीद केंद्र पर एक भी किसान गेहूं बेचने नहीं पहुंचा है। इसका प्रमुख कारण अभी तक फसल न तैयार हो पाना बताया जा रहा है।
गेहूं खरीद के लिए आर एफसी दुर्गेश प्रसाद ने बस्ती समेत संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर जिले में कुल 203 केंद्र स्थापित करवाए हैं। जबकि इसके अलावा अभी कम से कम दो सौ केंद्र और बनाए जाने की संभावना है। इसके लिए सभी केंद्र स्थापित कर दिए गए हैं और आवश्यक सामग्री भी केंद्रों पर उपलब्ध करवा दी गई है। यही नहीं तीनों जिले के अफसर भी गांव-गांव में गेहूं खरीद की नीतियों का प्रचार प्रसार करने व अधिक से अधिक किसानों का पंजीयन कराने में जुट गए हैं। बावजूद इसके बोहनी के रूप में अभी तक खरीदारी लगभग शून्य रही।
इस बार बढ़ा समर्थन मूल्य व अधिकार
बस्ती के जिला खाद्य विपणन अधिकारी यानी कि डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह के अनुसार पिछले वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य जहां 2125 रुपए रहा, वहीं इस बार सरकार ने डेढ़ सौ रुपए की बढ़ोत्तरी कर 2275 रुपए कर दिया है। यही नहीं बटाईदार किसानों को भी इस बार पंजीकरण कराने व गेहूं बेचने की सुविधा दी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार समर्थन मूल्य की बढ़ोत्तरी व बटाईदार किसानों को मिले अधिकारों की वजह से गेहूं की खरीद लक्ष्य से भी अधिक होगी। बताया कि जिले के सभी केंद्रों पर तैयारी पूरी हो चुकी है। जल्द ही फसल पकने लगेगी तो खरीद में तेजी आ जाएगी।
इन अधिकारियों पर है खरीद की जिम्मेदारी
आरएफसी दुर्गेश प्रसाद की अगुवाई में बस्ती के डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह, बस्ती व सिद्धार्थनगर के पीसीएफ के जिला प्रबंधक अमित चौधरी व क्षेत्रीय विपणन अधिकारी सुभाष सिंह समेत मंडल के अन्य अधिकारियों की टीम पर कुल गेहूं खरीद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस बार एफसीआई ने बनाए सात क्रय केंद्र
इस बार एफसीआई यानी कि भारतीय खाद्य निगम ने बस्ती जिले में सात क्रय केंद्र स्थापित किए हैं। जबकि पूर्व में महज दो ही केंद्र स्थापित किए जाते थे। एफसीआई के प्रबंधक धीरज सिंह के अनुसार रेलवे मालगोदाम स्थित एफसीआई गोदाम, प्लॉस्टिक कॉम्पलेक्स स्थित सीडब्ल्यूसी गोदाम, मंडी स्थित गोदाम पर दो क्रय केंद्र व रुधौली में दो क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। जबकि पहले सिर्फ रेलवे मालगोदाम स्थित क्रय केंद्र पर ही खरीद होती थी।
यहां इतने बनाए गए हैं क्रय केंद्र
आरएफसी दुर्गेश प्रसाद ने बताया कि इस बार अभी तक बस्ती जिले में 90, सिद्धार्थनगर में 69 व संतकबीरनगर में 44 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। जबकि अभी इतने ही क्रय केंद्र और भी स्थापित किए जाने की योजना तैयार की गई है।
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