- फसल तैयार न होने से केंद्रों पर नहीं हुई बोहनी
- जिले के 90 केंद्रों पर खरीद की तैयारी, नहीं पहुंचे किसान
- एफसीआई ने इस बार बनाए एक की जगह सात क्रय केंद्र
बस्ती। पूरे बस्ती मंडल के एक भी जिले के खरीद केंद्रों पर गेहूं खरीद के पहले व दूसरे दिन एक भी किसान गेहूं बेचने नहीं पहुंचे। इसका प्रमुख कारण अभी तक फसल न तैयार होना बताया जा रहा है। जबकि संभाग से लेकर जिला स्तर के अधिकारी केंद्रों का निरीक्षण करते दिखाई दिए।
हर साल की तरह इस बार भी पहली मार्च से गेहूं खरीद शुरू होनी थी। इसके लिए कमिश्नर अखिलेश सिंह ने बस्ती समेत संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर जिले में कुल 203 खरीद केंद्रों को स्थापित करने का निर्देश आरएफसी यानी कि संभागीय खाद्य नियंत्रक दुर्गेश प्रसाद को दिए थे। जबकि इसके अलावा अभी कम से कम दो सौ केंद्र और बनाए जाने की संभावना है। इसके लिए सभी केंद्र स्थापित कर दिए गए और आवश्यक सामग्री भी केंद्रों पर उपलब्ध करवा दी गई। यही नहीं तीनों जिले के अफसर भी सप्ताह भर पहले से ही गांव-गांव में गेहूं खरीद की नीतियों का प्रचार प्रसार करने में जुट गए। बावजूद इसके बोहनी के रूप में पहले दिन खरीद शून्य रही।
इस बार बढ़ा समर्थन मूल्य व अधिकार
बस्ती के जिला खाद्य विपणन अधिकारी यानी कि डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह के अनुसार पिछले वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य जहां 2125 रुपए रहा, वहीं इस बार सरकार ने डेढ़ सौ रुपए की बढ़ोत्तरी कर 2275 रुपए कर दिया है। यही नहीं बटाईदार किसानों को भी इस बार पंजीकरण कराने व गेहूं बेचने की सुविधा दी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार समर्थन मूल्य की बढ़ोत्तरी व बटाईदार किसानों को मिले अधिकारों की वजह से गेहूं की खरीद लक्ष्य से भी अधिक होगी। बताया कि जिले के सभी केंद्रों पर तैयारी पूरी हो चुकी है। जल्द ही फसल पकने लगेगी तो खरीद में तेजी आ जाएगी।
इन अधिकारियों ने किया केंद्रों का निरीक्षण
आरएफसी दुर्गेश प्रसाद की अगुवाई में डिप्टी आरएमओ अजय प्रताप सिंह की टीम ने बस्ती, पीसीएफ के जिला प्रबंधक अमित चौधरी की टीम ने बस्ती व सिद्धार्थनगर और क्षेत्रीय विपणन अधिकारी सुभाष सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने संभाग में स्थापित क्रय केंद्रों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
इस बार एफसीआई ने बनाए सात क्रय केंद्र
इस बार एफसीआई यानी कि भारतीय खाद्य निगम ने बस्ती जिले में सात क्रय केंद्र स्थापित किए हैं। जबकि पूर्व में महज दो ही केंद्र स्थापित किए जाते थे। एफसीआई के प्रबंधक धीरज सिंह के अनुसार रेलवे मालगोदाम स्थित एफसीआई गोदाम, प्लॉस्टिक कॉम्पलेक्स स्थित सीडब्ल्यूसी गोदाम, मंडी स्थित गोदाम पर दो क्रय केंद्र व रुधौली में दो क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। जबकि पहले सिर्फ रेलवे मालगोदाम स्थित क्रय केंद्र पर ही खरीद होती थी।
यहां इतने बनाए गए हैं क्रय केंद्र
आरएफसी दुर्गेश प्रसाद ने बताया कि इस बार अभी तक बस्ती जिले में 90, सिद्धार्थनगर में 69 व संतकबीरनगर में 44 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। जबकि अभी इतने ही क्रय केंद्र और भी स्थापित किए जाने की योजना तैयार की गई है।
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