- 28 फरवरी से महाशिवरात्र महोत्सव तक चलेगा महायज्ञ व पौराणिक मेला
बस्ती। ऊं गिरिनाग धाम रायठ में महाशिवरात्रि महोत्सव को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस दस दिवसीय महोत्सव में जहां प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठान व प्रवचन आयोजित किए जाएंगे, वहीं दूर-दूर से पहुंचने वाले श्रद्धालु मेले का लुत्फ उठाएंगे।
महाशिवरात्रि के पर्व पर रुधौली के ऊं गिरिनाग धाम रायठ में प्राचीन काल से दस दिवसीय मेले का आयोजन होता आ रहा है। जहां दूर-दूर से आए कथा व्यास अपने प्रवचनों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना देते हैं, वहीं दिन-रात भजन गीतों की सुरलहरी गूंजती रहती है। यहां मेले में जहां आकर्षक झांकी सजाई जाती है, वहीं देश-प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे व्यापारी दुलर्भ सामग्री लाकर मेले को और भी उपयोगी बना देते हैं।
यह होंगे महाशिवरात्रि महोत्सव के आकर्षण
मेले के आयोजक कर्नल कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि यह महोत्सव दिन-रात चलता है। महोत्सव की शुरुआत 28 फरवरी को कलश यात्रा से होगी। उसके बाद 29 फरवरी से 6 मार्च तक श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ चलेगा। पंचांग पूजन, मंडप प्रवेश, यज्ञवेदी पूजन, देव आह्वान, स्थापन, अरणी मंथन व रुद्राभिषेक आदि का आयोजन समयानुसार किया जाएगा। बताया कि नैमिषारण्य से आए यज्ञाचार्य मुख्य वक्ता पं. महेंद्राचार्य व पं. प्रमोद शास्त्री का प्रवचन प्रतिदिन अपराह्न दो से पांच व शाम सात से दस बजे तक किया जाएगा। बताया कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज की ओर से 3 से 5 मार्च तक सांय आठ बजे से लोकनृत्य, लोक गायन, लोकगीत व भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा छह मार्च को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद लखनऊ की ओर से राजस्थान के कलाकार जीतेंद्र पाराशर की टीम श्रीकृष्ण लीला, मयूर व होली नृत्य प्रस्तुत करेगी। वहीं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ की ओर से सात मार्च को अयोध्या की कलाकार सुमिष्ठा मित्रा की टीम नृत्य नाटिका से सबका मन मोहेगी। मेले के अंतिम दिन महाशिवरात्रि के पर्व पर आठ मार्च को अपरान्ह दो बजे भोले भंडारी व माता पार्वती का विवाह संपन्न होगा।
दिन-रात चलेगा थियेटर-जादू
कर्नल कमलेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि दस दिवसीय महोत्सव में सर्कस, बड़ा झूला, थियेटर, जादू व कठपुतली नाच आदि का आयोजन किया जाएगा। यह दिन-रात विभिन्न चरणों में संचालित किया जाएगा।
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