रूधौली (बस्ती)। विकासखंड रूधौली के ग्राम पंचायत मुगरहा में मई जून माह में नरेगा श्रमिकों द्वारा तालाब की साफ सफाई का कार्य किया गया था।जिसका ग्राम पंचायत के लोगों ने लगभग 4 लाख रुपए का भुगतान भी लिया गया था लेकिन वर्तमान की स्थिति बद से बदतर हो गई है। मौके पर पहुंची मीडिया टीम ने पड़ताल में देखा की वहां जलकुंभी के साथ साथ पानी की मात्रा भी नाम मात्र की बची हुई है। स्थानीय लोगों से वार्ता की गई तो पता चला उस समय कुछ मजदूरों द्वारा कार्य कराया गया था लेकिन जमीन थोड़ी विवादित थी जिसका हम लोगों ने विरोध कर पैमाईश करने की मांग की थी। आपको बताते चलें 20 मई से 1 जून तक किए गए कार्यों का भुगतान भी हो चुका है। राम अजोर के चक के पश्चिम तरफ पोखरा खुदाई कार्य दिखा कर भुगतान लिया गया। सूत्रों की माने तो इसी पोखरे पर मत्स्य पालन और केले का पौधा रोपण करने हेतु चयन भी हुआ है।
सूत्रों की माने तो ग्राम पंचायत की भूमि पर दबंग ग्राम प्रधान द्वारा कई लोगों के पट्टे की जमीन पर करते है खेती बाड़ी, कई पीड़ित पट्टेदारों ने इसके पहले भी उपजिलाधिकारी से शिकायत कर चुके हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के पश्चिम और पूर्व तरफ ताल होने की वजह से अक्सर बरसात में पानी भरा रहता है इस पोखरे को सही रूप से मिट्टी पटाई कर बांध बना दिया जाता तो मछली पालन करने में मदद मिलती लेकिन हर तरफ भ्रष्टाचार की कहानी लिखी जा रही है लोग ग्रामीणों की छोड़ खुद को बनाने में लगे हुए हैं।
जब इस मामले में ग्राम विकास अधिकारी शैलेंद्र त्रिपाठी से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि उसे दौरान मनरेगा मजदूरों द्वारा कार्य कराया गया था लेकिन बरसात में मिट्टी बह जाने से पोखरा प्रभावित हो गया है। जल्द ही पोखरे की साफ सफाई कर मत्स्य पालन हेतु प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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