- डीएम ने उच्च शिक्षा, बेसिक शिक्षा व जिला विद्यालय निरीक्षक के लिए जारी किया निर्देश
- स्कूलों में तैनात किए जाएंगे नोडल अध्यापक, पढ़ाएंगे सुरक्षित यातायात के पाठ
बस्ती। सड़क हादसों को रोकने के लिए अब हर स्कूलों व कॉलेजों में सप्ताह में एक पीरियड यातायात नियमों से संबंधित संचालित होगा। इसके लिए डीएम अंद्रा वामसी ने उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा व बेसिक शिक्षा के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किया है ताकि हर शिक्षण संस्थाओं में एक नोडल अध्यापक की तैनाती कर सुरक्षित यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाया जा सके।
अक्टूबर 2022 के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार देश में 1 लाख 68 हजार 531 व प्रदेश में 22 हजार 595 लोगों की सड़क हादसों में मौत हो गई है। वहीं देश भर में कुल लगभग पांच लाख सड़क हादसे हुए, जिनमें लाखों लोग घायल होकर अपंगता के शिकार हो चुके हैं। यही नहीं इन मौतों में 66 फीसदी लोग 18 से 45 वर्ष के युवा पाए गए हैं।
देश व प्रदेश सरकार के उच्च स्तरीय बैठकों में इस पर गहन-मंथन किया गया तो पता चला कि यह संख्या गंभीर बीमारियों से होने वाली मौतों की संख्या से कहीं अधिक है। इससे प्रदेश व केंद्र सरकार ने इन आंकड़ों में 50 फीसदी कमी लाने के लिए वर्ष 2025 का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इसी क्रम में डीएम ने उच्च शिक्षा के संयुक्त निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि इन घटनाओं में कमी लाने के लिए सभी स्कूलों व कॉलेजों में विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों के विभिन्न पहलुओं को बताया जाना बहुत ही आवश्यक है। कहा गया है कि अल्पायु में ही यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाना आवश्यक है। इसके तहत सभी शिक्षा अधिकारी स्कूलों व कॉलेजों में एक शिक्षक को सड़क सुरक्षा के नोडल के रूप में नामित करें और विद्यालयों में सप्ताह में एक दिन एक पीरियड निर्धारित करते हुए विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों के पालन के प्रति जागरूक करें।
जागरूकता के लिए विद्यालयों में जाएंगे अधिकारी
एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि डीएम के निर्देशों का पालन कराने के लिए विद्यालयों में परिवहन विभाग के अधिकारी भी निर्धारित पीरियड में जाएंगे और छात्र-छात्राओं को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करेंगे, इससे नामित नोडल शिक्षक को पीरियड संचालन में सहयोग मिलेगा।
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