बस्ती। विकास क्षेत्रों में पिछले 4 दिनों से भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समर्थन में की जा रही पदयात्रा का का समापन महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर गांधी कला भवन में ‘रघुपति राघव राजाराम’ गा कर किया गया। जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय के आवाह्न पर इकट्ठा हुये कांग्रेसियों ने बापू की प्रतिमा के सामने उनका प्रिय भजन गाया और यहां से पदयात्रा निकाली जिसका समापन शास्त्री चौक पर राष्ट्रगान के साथ हुआ।
प्रदेश सचिव एवं जिला प्रभारी दिलीप निषाद ने कहा हिंसा और नफरती विचारधारा के समर्थकों ने बापू को आज ही के दिन हमसे छीन लिया था। तब से लेकर आज तक नफरत मोहब्बत से लड़ रही है और अहिंसा हिंसा से। राहुल गांधी की न्याय यात्रा का उद्देश्य भी यही है कि जनता अपने हक के लिये और संविधान की रक्षा के लिये लड़ना सीखे और आवाज बुंलद करे। जिलाध्यक्ष ने कहा महात्मा गांधी की शहादत बेकार नही जायेगी। अहिंसा के आगे हिंसा को घुटने टेकने पड़ेंगे। राहल गांधी करोड़ों देशवासियों की आवाज बनकर सड़कों पर उतरे हैं, उनकी मेहनत और संघर्ष एक दिन रंग लायेंगी और नफरती विचारधारा का अंत होगा।
आज के कार्यक्रम के सफल बनाने में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक अंबिका सिंह, अनिरूद्ध त्रिपाठी, देवेन्द्र श्रीवास्तव, नर्वदेश्वर शुक्ला, साधूसरन आर्या, प्रवक्ता मो. रफीक खां, वियवनाथ चौधरी, रामभवन शुक्ला, डा. शीला शर्मा, भूमिधर गुप्ता, गिरजेश पाल, देवेन्द्र कुमार निषाद धानुष, महेन्द्र श्रीवास्तव, डीएन शास्त्री, नफीस अहमद, लालजीत पहलवान, मंजू पाण्डेय, तप्पे शुक्ल, हरिनाथ सिंह, लवकुश चौधरी, राजेश चौहान, सलाहुद्दीन वित्तन, रामधीरज चौधरी, रामप्रीत दुसाद, बदलू विश्वकर्मा, महेश त्रिपाठी, जगदीश शर्मा, अलीम अख्तर, सर्वेश शुक्ला, गुड्डू सोनकर, चन्द्रशेखर वर्मा, मक्सूद अहमद, विजय श्रीवास्तव, शौकत अली नन्नू, मो. अजीज, सूरज सोनी, फिरोज खान, घनश्याम शर्मा, राजबहादुर निषाद, संजीव त्रिपाठी, अवधेश सिंह, अशफाक कुरेशी, अब्दुल हक, रामबचन भारती, ओमप्रकाश पाण्डेय, करीम अहमद, अजमतुल्लाह, सलाहुद्दीन, शकुन्तला देवी, दीपक पाण्डेय, गंगा प्रसाद मिश्र, राकेश मणि त्रिपाठी, मो. अशरफ अली, जितेन्द्र सिंह, हरिश्चन्द्र शुक्ल, आशुतोष पाण्डेय, सबीहा, अमर बहादुर सिंह, तौफीक अहमद, रामबाबू उर्फ कल्पू, जितेन्द्र चौधरी, एड., मो. अकरम, आनंद निषाद, गोपाल, मदनलाल मद्धेशिया, पंकज, शेर माहम्मद, अफजल हुसेन, रंजना सिंह, अनिल त्रिपाठी, उदयशंकर शुक्ल, जलालुद्दीन कुरेशी आदि का सराहनीय योगदान रहा।
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